नई दिल्ली: अरब-भारत सहयोग मंच की तीसरी वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई। बैठक में मध्य पूर्व के राजनीतिक संकट के समाधान की आवश्यकता पर बल दिया गया।
विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में अंतरराष्ट्रीय वैध संकल्पों, प्रासंगिक समझौतों और संदर्भों के आधार पर क्षेत्रीय मुद्दों व मध्य पूर्व के राजनीतिक संकट विशेष रूप से फिलिस्तीनी, सीरिया और लीबिया के समाधान की आवश्यकता को रेखांकित किया गया। इसके साथ ही आतंकवाद का मुकाबला करने और अंतर्राष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों के अनुसार नेविगेशन और समुद्री सुरक्षा की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग की आवश्यकता को दोहराया गया।
इस बैठक की सह-अध्यक्षता सचिव (सीपीवी और ओआईए) संजय भट्टाचार्य और मिस्र के सहायक विदेश मंत्री और अरब लीग के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत मोहम्मद अबू अल-खीर ने की। अरब देशों और भारत के वरिष्ठ अधिकारियों ने इसमें भाग लिया।
कोविड से उपजी स्थिति को देखते हुए निदान और उपचार के क्षेत्र में भारत और अरब देशों के बीच चल रहे सहयोग पर चर्चा की गई और इसके बाद के आर्थिक सुधार के लिए संबंधित राष्ट्रीय दृष्टिकोणों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
वरिष्ठ अधिकारियों ने अरब-भारत सहयोग मंच के ढांचे में सहयोग बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर भी चर्चा की। इसमें अर्थव्यवस्था, व्यापार व निवेश, ऊर्जा व पर्यावरण, कृषि व खाद्य सुरक्षा, पर्यटन व संस्कृति, मानव संसाधन विकास, शिक्षा व स्वास्थ्य देखभाल, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और मीडिया शामिल हैं। दोनों पक्षों ने सुविधाजनक तिथि पर भारत में अरब-भारत सहयोग मंच की दूसरी मंत्रिस्तरीय बैठक आयोजित करने की बात कही।