लखनऊ : यूपी के सहारनपुर से यूपी एटीएस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। यूपी एटीएस ने सहारनपुर से आतंकी मो नदीम को गिरफ्तार किया है। नदीम पाकिस्तानी आतंकियों से संपर्क में था और फिदायीन हमले की साजिश रच रहा था। ऐसा जानकारी में आ रहा है कि नदीम को नुपुर शर्मा की हत्या की जिम्मेदारी मिली थी जिसे वह अमली-जामा पहनाने की प्लानिंग कर रहा था। नदीम के मोबाइल से कई अहम सबूत मिले हैं। नदीम पाक आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद एवं तहरीक-ए-तालिबान के आतंकियों से सीधे संपर्क में था।
एटीएस द्वारा आने वाले 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस व आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश-प्रदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। इन कार्यक्रमों में जनता के अलावा आतंकवादी संगठनों की नजर भी लगी हुई है। उनका उद्देश्य उत्साह के रंग में डूबे भारत के हौसले पस्त करने की है। संवेदनशीलता को देखते हुए लगातार यूपी एटीएस की समस्त टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। एटीएस द्वारा रैडिकल तत्वों पर सतर्क दृष्टि रखी जा रही है।
इसी क्रम में यूपी एटीएस को सहयोगी एजेंसियों से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम कुडाकला, थाना- गंगोह, सहारनपुर में एक व्यक्ति, जैश-ए-मोहम्मद एवं तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान की विचारधारा से प्रभावित होकर फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा है। इस संवेदनशील सूचना आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मुहम्मद नदीम की पहचान करते हुए उससे पूछताछ शूरू की गई साथ ही उसके पास से प्राप्त मोबाइल की जांच की गई। इस फोन में एक पीडीएफ फारमेट में डाॅक्यूमेंट मिला, जिसका शीर्षक “एक्प्लोसिव केार्स फिदे फोर्स” था। इसके अतिरिक्त मुहम्मद नदीम के फोन से पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के जैश-ए-मुहम्मद व टीटीपी के आतंकियों से हुई चैट की डिटेल थी तथा वाॅयस मैसेज भी मिले हैं।
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नुपुर शर्मा की हत्या का मिला था टास्क –
एटीएस की कड़ी पूछताछ में मोहम्मद नदीम ने माना है कि पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने उसको नुपुर शर्मा की हत्या का टास्क भी दिया था। इसके साथ ही एटीएस को नदीम से उसके भारतीय संपर्कों की भी जानकारी मिली है जिस पर एटीएस कार्रवाई शुरू कर चुका है। नदीम के अलावा इस संगठन से जुडे़ और आतंकियों की गिरफ्तारी हो सकती है।
पूछताछ में खुले गहरे राज –
मुहम्मद नदीम से जब कड़ाई से उसके मोबाइल फोन में मिले आतंकवादियों के चैट्स व फिदे फोर्स के एक्प्लोसिव कोर्स के सम्बन्ध में पूछा गया तो उसने बताया कि वह 2018 से जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए तालिबान-ए-पाकिस्तान के विभिन्न आतंकवादियों से व्हाट्सएप्प, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस आदि सोशल मीडिया माध्यमों से संपर्क में था। इन आतंकवादियों से उसने वर्चुअल नम्बर बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। मुहम्मद नदीम ने इन आतंकवादियों को लगभग 30 अधिक वर्चुअल नम्बर और वर्चुअल सोशल मीडिया आईडी बनाकर उपलब्ध कराई थी। साथ ही टीआईपी के आतंकी सैफुल्ला (पाकिस्तानी) ने नदीम को फिदायीन हमले के लिए और एक्प्लोसिव कोर्स फिदे फोर्स के प्रशिक्षण के लिए कई कागजात सोशल मीडिया के माध्यम से उपलब्ध कराये थे, जिसको मुहम्मद नदीम ने पढ़ा व इससे सम्बंधित सामग्री को इकट्ठा करने की फिराक में था जिससे वह किसी सरकारी भवन अथवा पुलिस परिसर पर फिदायीन हमला कर सके।
स्पेशल ट्रेनिंग के लिए गया था पाकिस्तान –
मुहम्मद नदीम ने एटीएस की पूछताछ में बताया गया कि उसे स्पेशल ट्रेनिंग देने के लिए अफगानिस्तान व पाकिस्तान में सक्रिय आतंकियों का बुलावा आता था, जिस पर वह वीजा लेकर पाकिस्तान जाता तथा वहां पर जैश-ए-मुहम्मद की आतंकी ट्रेनिंग लेता, साथ ही वह मिस्र देश के माध्यम से सीरिया एव अफगानिस्तान जाने की भी योजना बना रहा था।
लखनऊ में दर्ज हुआ मुकदमा –
मुहम्मद नदीम पुत्र नफीस अहमद उम्र 25 वर्ष ग्राम कुंठा कला थना गंगोह जिला सहारनपुर का रहने वाला है। इस सम्बंध में थाना एटीएस लखनऊ में धारा 1214-123 भादवि व 13,18,38 विधि विरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। मुहम्मद नदीम के पास से एक मोबाइल व दो सिम व प्रशिक्षण साहित्य (विभिन्न प्रकार की आईईडी एवं बम बनाने की सामग्री बरामद हुई।)
- पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट
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