उत्तर प्रदेश

यूपी में ऑक्सीजन आपूर्ति को टाटा, रिलायंस समूहों ने बढ़ाया हाथ

लखनऊः उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए अब औद्योगिक घराने भी सहयोग के लिए हाथ बढ़ाने लगे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आह्वान पर टाटा और रिलायंस समूहों की ओर से ऑक्सीजन आपूर्ति का प्रस्ताव मिला है। इस प्रस्ताव पर योगी सरकार ने हरी झंडी दे दी है। अडानी समूह ने 300 जंबो सिलेंडर यूपी भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक में बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति हर दिन बढ़ती जा रही है। रुड़की, काशीपुर, मोदीनगर के साथ-साथ बोकारो आदि प्लांट से लगातार आपूर्ति हो रही है। एमएसएमई इकाइयों को भी सीधे अस्पतालों से लिंक कर आपूर्ति कराई जा रही है।

टाटा और रिलायंस समूहों की ओर से भी प्रदेश को ऑक्सीजन आपूर्ति का प्रस्ताव मिला है। उन्होंने सभी जिलों के छोटे-बड़े अस्पतालों की स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन टैंकरों की संख्या बढ़ाने को लेकर विशेष प्रयास की जरूरत है। ऑक्सीजन टैंकर संचालन की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रदेश के अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं स्थगित हैं। ऐसे में टेलीकन्सल्टेशन को बढ़ावा दिया जाए। कोविड होम आइसोलेशन और नॉन कोविड मरीजों के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सूची व संपर्क माध्यम का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। घर पर रहकर उपचार करा रहे मरीजों को लेकर भी सीएम योगी गंभीर हैं। उन्होंने ऐसे मरीजों से सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से हर दिन संवाद करने के लिए निर्देशित किया है। ऐसे मरीजों को स्वास्थ्य मंत्री के स्तर से मेडिकल किट वितरण व्यवस्था की जिलेवार समीक्षा की जाए और इस मामले में सीएमओ की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कहा कि दवाओं का कोई अभाव नहीं है।

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उन्होंने कहा कि जो मरीज निजी हॉस्पिटल में उपचार कराने में सक्षम नहीं है, उसे राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत अनुमन्य दर पर उसका इलाज का भुगतान करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंडलायुक्त तथा जिलाधिकारी शासन के सतत संपर्क में रहें। जनहित में कोई निर्णय लेने से पूर्व शासन को अवगत कराएं और कोरोना मरीजों को राहत देने में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया है कि रेमडेसिविर जैसी किसी भी जीवनरक्षक दवा का प्रदेश में अभाव नहीं है। हर दिन इसकी आपूर्ति बढ़ रही है। जिलों की मांग को देखते हुए रेमडेसिविर के पर्याप्त उपलब्धता करायी जा रही है। सरकारी अस्पतालों में यह इंजेक्शन निःशुल्क उपलब्ध है, जरूरत होगी तो निजी अस्पतालों को भी तय दरों पर रेमडेसिविर मुहैया कराई जाएगी।