सोनीपतः स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय वैदिक काल की स्मृतियां समेटे स्वर्णप्रस्थ संग्रहालय पर्यटकों भाने लगा है। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है शुक्रवार को 80 महिला और पुरुष टीचर्स का एक ग्रुप सोनीपत पहुंचा, जिन्होंने वैदिक काल से लेकर महाभारत और ऋषि-मुनियों, हरियाणा की ग्रामीण संस्कृति, कृषि, रामायण काल से जुड़े सतकुम्भा तीर्थ की रोचक जानकारी ली।
ब्यूटीफिकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष उपायुक्त सोनीपत ललित सिवाच के नेतृत्व में कोट मोहल्ला स्थित ब्रिटिश कालीन तहसील भवन का जीर्णोद्धार किए जाने के बाद अब यहां पर 13 गैलरियों को सजाने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें वैदिक गैलरी से लेकर महाभारत काल, रामायण काल से सतकुम्भा तीर्थ स्थल के अतिरिक्त 100 वर्ष से लेकर तीन हजार वर्ष पुरानी श्रद्धा स्वरूप लोगों द्वारा नि:शुल्क संग्रहालय को दी गई हज़ारों वस्तुओं को अलग-अलग गैलरी में रखा गया है।
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सोनीपत के ब्राइट स्कॉलर स्कूल की प्रिंसिपल किरण दलाल के नेतृत्व में अध्यापक, अध्यापिकाओं का एक दल संग्रहालय पर पहुंचा तो उन्होंने इसे काफी अच्छा बताया और कहा कि यह संग्रहालय भविष्य में सोनीपत जिले के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होने वाला है, क्योंकि यहां इस संग्रहालय में आने वाले स्कूली बच्चों को काफी फायदा मिलेगा और उन्हें प्राचीन इतिहास से रूबरू हुए रोचक जानकारी प्राप्त की, यहां पर जो वस्तुएं सजाई गई है वह काफी प्रभावशाली हैं जिनको देखकर मन काफी प्रसन्न हुआ है और वह समय-समय पर स्कूली बच्चों को यहां भ्रमण कराने के लिए लेकर आते रहेंगे।
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