पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने रविवार को यहां कहा कि देश भाजपा मुक्त तो नहीं होगा लेकिन बिहार-2025 विधानसभा चुनाव में जदयू-मुक्त अवश्य हो जाएगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार की लोकप्रियता घटी और आधार वोट पार्टी को दिलाने की उनकी क्षमता खत्म हो गई। इसलिए जदयू 44 सीटों पर सिमट गया लेकिन वे भाजपा पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। यदि ऐसा था तो अब गोपालगंज, कुढनी और दिल्ली के चुनाव में जदयू की हार क्यों हुई? उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता की मुहिम में अपनी विफलता स्वीकार कर ली। उन्हें 2024 नहीं, बल्कि 2029 के लिए प्रयास करना चाहिए।
सुशील मोदी ने कहा कि हाल के गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार कांग्रेस और केजरीवाल की पार्टी को एक मंच पर नहीं ला पाये। उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के लिए जेपी जैसा इतना विराट व्यक्तित्व चाहिए, जिसमें सत्ता पाने की आकांक्षा नहीं हो। जाहिर है कि प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखने वाले नीतीश कुमार कभी जेपी नहीं हो सकते। जो पार्टी बिहार के तीन में से एक उपचुनाव भी नहीं जीत पायी, जिसका राज्य के बाहर कोई आधार नहीं और जिसे दिल्ली के बिहारी मतदाताओं ने भी नकार दिया, वह लाल किले पर झंडा फहराते का सपना देख रही है।
उन्होंने कहा कि जदयू को गुजरात में शून्य फीसदी मत प्राप्त हुए और दिल्ली महानगर परिषद के चुनाव में जिस पार्टी के सभी 22 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई, उसके नेता नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री के रूप में कौन स्वीकार करेगा?
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