वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से निकाय चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देते हुए काशी के विकास मॉडल को केन्द्र बिंदु बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार के साथ स्थानीय निकायों के माध्यम से विकास का रथ चलता रहे। ट्रिपल इंजन की सरकार बुलेट ट्रेन की तीव्र गति से विकास की रफ्तार चले, इसके लिए प्रबुद्ध वर्ग को आगे आना होगा।
मुख्यमंत्री रविवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित प्रबुद्ध सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के साथ-साथ काशी भी बदल रही है, बदल गई है। काशी स्वास्थ्य सेवा के नए रूप में उभरा है। काशी में नया रिंग रोड बनाया गया। स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, उद्योग सहित हर क्षेत्र में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस काशी में एक साल में एक करोड़ श्रद्धालु आते थे। आज उस काशी में एक महीने में एक करोड़ श्रद्धालु आते हैं। इसके पीछे यहां का इंफ्रॉस्ट्रक्चर भी है। आज काशी की फोर लेन की बेहतर कनेक्टिविटी है।
नौजवानों को नौकरी देने वाला प्रदेश बनेगा यूपी –
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक मंच पर ऐसी-ऐसी घटनाएं घट रही हैं, जो भारत को और भी गौरवशाली बना रहा है। ब्रिटेन को पछाड़कर भारत विश्व का पांचवा अर्थव्यवस्था वाला राष्ट्र बन गया है। जी-20 देशों की अध्यक्षता अब भारत करेगा। उन्होंने बताया कि जी20 देशों में वे देश शामिल हैं, जिनकी की जीडीपी दुनिया की पचासी फीसदी और पेटेंट पर 95 फीसदी अधिकार के साथ-साथ दुनिया की 60 फीसदी आबादी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे तेज उभरता देश बनता जा रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण होनी चाहिए। इसके लिए अधिक से अधिक निवेश के साथ-साथ स्वास्थ्य व शिक्षा केंद्रों को और भी विकसित जा रहा है। उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, नौजवानों को नौकरी देने वाला प्रदेश बनेगा।
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निवेश की सम्भावनाओं को तलाशने का आह्वान –
सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने प्रबुद्धजनों और व्यापारियों से काशी में निवेश की संभावनाओं को तलाशने का आह्वान कर कहा कि शहरों में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर से यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुगम किए जाने के साथ-साथ कोरोना काल में इसका भरपूर सदुपयोग किया गया। इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर का सेफ सिटी के रूप में भी उपयोग किया जा रहा है। कोई भी अपराध करेगा तो शहर में लगे कैमरे में कैद हो जाएगा और समय के साथ उसे ठीक किया जाएगा। केंद्र एवं राज्य सरकार के सभी जनोपयोगी एवं जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीबों एवं पात्र लोगों को बिना भेदभाव के उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश सरकार के जन कल्याणकारी कार्यों का उल्लेख कर कहा कि पूरे प्रदेश में 45 लाख गरीबों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया गया। 02 करोड़ 61 लाख लोगों को शौचालय उपलब्ध कराया गया। अकेले वाराणसी में 45 हजार लोगों को प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में 5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी गई। इसके अलावा ओडीओपी व विश्वकर्मा श्रम योजना में एक करोड़ 61 लाख नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराए गए। स्वदेश दर्शन योजना सहित पर्यटन की अन्य योजनाओं को आगे बढ़ाया गया। उन्होंने कहा कि विकास की गति को कहीं भी थमने नहीं देना है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में सभी के सहयोग की उन्होंने अपील की।
विभिन्न योजनाओं में लाभार्थियों को दिया सौगात –
प्रबुद्ध सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 4 लोगों को उनके घर की चाबी, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना व स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के तहत 6 लोगों को लैपटॉप, एमएसएमई की तरफ एलडीएम में ओम विला एक्सपोर्ट एवं होटल टूरिज्म को 27 करोड़ का चेक, कुमार उद्योग विकास प्राइवेट लिमिटेड को 32 करोड़ का चेक, महिला हेल्प ग्रुप व अन्य योजना में चेक वितरण किया। साथ ही ग्रामीण खेल प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत स्पोर्ट्स किट वितरण, गंगा दूत और नशा मुक्ति उन्मूलन कार्यक्रम में प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया। इसी क्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत लाभार्थियों की संख्या 33,502 है। इनमें से 5 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री उनके घरों की चाबी सौंपी। इसके साथ प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत लाभार्थी की संख्या 33,602 है। इस योजना के तहत मुख्यमंत्री तीसरी किस्त 50 हजार का चेक लाभार्थियों को मंच से दिया। ये लाभार्थी पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, वन नेशन वन कार्ड के लिए भी पात्र हैं।
इन्होंने भी सम्मेलन को किया सम्बोधित –
सम्मेलन को डॉ जयंती (महाकवि सुब्रमण्यम भारती की पोती), डॉ अशोक राय (पूर्व अध्यक्ष आईएमए), अधिवक्ता मुरलीधर सिंह (पूर्व उपाध्यक्ष, सेंट्रल बार एसोसिएशन), देव भट्टाचार्य (अध्यक्ष, रामनगर इंडस्ट्रीयल स्टेट) एवं डॉ हरेराम त्रिपाठी (कुलपति, सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय) ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में इनकी रही उपस्थिति –
सम्मेलन में प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, अध्यक्ष जिला पंचायत पूनम मौर्या, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक एवं पूर्व मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक टी. राम, विधायक सुनील पटेल, क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय के अलावा कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम आदि भी मौजूद रहे।
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