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अभी भी नहीं सुलझी महिला और उसके चार बच्चों की रहस्मय हालात में मौत की गुत्थी

नई दिल्ली: सीमापुरी इलाके में बुधवार को महिला और उसके चार बच्चों की रहस्यमय हालात में मौत की गुत्थी अभी उलझी हुई है। महिला का पति मोहित कालिया लगातार खुद को बेकसूर बता रहा है। उसका दावा है कि घटना वाली रात को वह अपने कमरे पर ही बच्चों के साथ सो रहा था। उसने शराब पीने के अलावा गांजा भी पिया हुआ था।

ठंड अधिक होने के कारण कमरे में अंगीठी जल रही थी। अधिक शराब पीने के कारण उसे बार-बार पेशाब आ रहा था। इसके लिए वह कई बार उठकर कमरे से बाहर निकला। मोहित का दावा है कि इसी वजह से उसकी जान बची। दोपहर के समय जब उसका नशा उतरा तो उसने सभी को अचेत पाया। हालांकि फिलहाल मोहित की यह थ्योरी पुलिस के गले नहीं उतर रही।

पुलिस ने गुरुवार शाम को मेडिकल बोर्ड से महिला व चारों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर शव परिवार के हवाले कर दिए। पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा कमरे से उठाए गए साक्ष्यों व खाने के सैंपल की एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मामले में अभी मोहित को क्लीनचिट नहीं दी गई है।

मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मोहित से हुई पूछताछ के बाद उसने बताया कि मंगलवार रात को वह काम से 9.00 बजे घर लौटा था। घर आने से पूर्व उसने पास के ढाबे से मटर-पनीर लिया। उसके अलावा परिवार ने भी खाना खाया। बाद में उसने कमरे पर बैठकर शराब पी। बाद में वह बच्चों के साथ सो गया।

शराब अधिक पीने के कारण वह एक बार 12.00 बजे और आगे दो बार और उठा था। इसके बाद गहरी नींद में सोता रहा। सुबह 11.00 बजे जब मकान मालिक अमरनाथ ने आकर दरवाजा बजाया तो उसकी आंख नहीं खुली। दोपहर के समय जब वह उठा तो देखा कि पत्नी व तीन बच्चों के शरीर अकड़े पड़े थे। उनकी रात में ही किसी समय मौत हो गई थी। छोटा बेटा आरव का शरीर उसे गर्म लगा। उसने पड़ोसी को सारी बात बताई और मासूम आरव को लेकर सीधा हेडगेवार अस्पताल पहुंच गया। यहां पर उसके बेटे आरव को भी मृत घोषित कर दिया गया।

अस्पताल से ही पुलिस को खबर मिली तो पुलिस वहां भी पहुंच गई। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी उसकी थ्योरी पर यकीन नहीं कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सख्ती से पूछताछ करने पर भी वह यही बात दोहरा रहा है। अब पुलिस को पीएम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मोहित की सीडीआर से उसकी लोकेशन उसके घर की ही मिली है। अब बस इस बात का पता करने का प्रयास किया जा रहा है कि परिवार हादसे का शिकार हुआ या वह किसी वारदात के शिकार हुए।

पुलिस ने आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली है। दूसरी ओर पुलिस का कहना है कि यदि मोहित को मामले में क्लीनचिट मिल भी गई तो उस पर परिवार की मौत पर लापरवाही का मुकदमा चलेगा क्योंकि पता होने के बाद भी उसने अंगीठी क्यों जलने दी।

पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने घर नहीं ले जाने दिए शव…

कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच पुलिस ने गुरुवार शाम को राधा और उसके चारों बच्चों कोमल, नितिन, रोशिनी और आरव के शवों का पोस्टमार्टम करवाया। किसी भी तरह के हंगामे से बचने के लिए पुलिस ने शवों को अस्पताल से सीधे सीमापुरी श्मशान घाट ले जाने के लिए कहा।

पुलिस सूत्रों का कहना था कि एक साथ पांच शव देखकर इलाके में कोई हंगामा हो सकता था। इसलिए कोई जोखिम न लेकर शवों का सीधे श्मशान घाट भेजा गया। इधर बुधवार से ही राधा के घर पर कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। परिवार का कहना है कि मोहित को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाए। वह उस पर ही सभी की हत्या करने का आरोप लगा रहे हैं।

क्या था पूरा मामला…

उल्लेखनीय है कि पुरानी सीमापुरी इलाके के एक मकान में बुधवार दोपहर को राधा (32), उसके बच्चे कोमल (11), नितिन (8), रोशिनी (6) और छोटा बेटा आरव (4) मृत मिले थे। कमरे में सर्दी से बचने के लिए अंगीठी जली हुई थी। वारदात के समय कमरे में महिला का पति मोहित भी मौजूद था। घटना में वह बच गया। आरोप लगे कि मोहित ने ही सभी की हत्या कर इसे हादसे की शक्ल देने का प्रयास किया। इसी आधार पर पुलिस ने मोहित को हिरासत में लिया हुआ है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।