शिमला: हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील राज्य है और इसके मद्देनजर राज्य सरकार युवाओं को ड्रोन तकनीक का प्रशिक्षण (Drone Training) देने की दिशा में काम कर रही है। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के 11 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में युवाओं को ड्रोन से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत 128 प्रशिक्षु प्रशिक्षण ले रहे हैं। ये प्रयास हिमाचल को आईटी हब के रूप में स्थापित करने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
युवाओं को बेहतर प्लेसमेंट के मिलेंगे अवसर
प्रवक्ता ने बताया कि विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए व्यापक सुधार किए जा रहे हैं। वर्तमान में राज्य में 363 तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक शिक्षा संस्थान कार्यरत हैं। युवाओं को बेहतर प्लेसमेंट अवसर प्रदान करने के लिए रोजगार मेलों और कैंपस साक्षात्कारों का भी लगातार आयोजन किया जाता है। वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों, सरकारी फार्मेसी कॉलेजों, पॉलिटेक्निक और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के लगभग 5,731 प्रशिक्षुओं को विभिन्न कैंपस साक्षात्कारों के माध्यम से रोजगार प्रदान किया गया है।
प्रौद्योगिकी विकास को मिलेगा बढ़ावा
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षुओं को बेहतर तकनीकी ज्ञान प्रदान करने के लिए राजकीय बहुतकनीकी संस्थानों के 38 विद्यार्थियों तथा राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों व बहुतकनीकी संस्थानों के 20 प्रशिक्षकों को आईआईटी मंडी में रोबोटिक प्रशिक्षण दिया गया है। प्रवक्ता के अनुसार, राज्य सरकार सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में युवाओं को नए अवसर प्रदान करने के लिए भी प्रयास कर रही है। इस दिशा में राजकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के 20 प्रशिक्षकों को आईआईटी रोपड़ व दिल्ली में सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम पर प्रशिक्षण दिया गया है।
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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में सेमीकंडक्टर उद्योग स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही है। सरकार की इस नई पहल का उद्देश्य युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार के अवसर सृजित करना तथा राज्य में प्रौद्योगिकी के विकास को बढ़ावा देना है। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान ऊना में पॉलिटेक्निक व इंजीनियरिंग के 10 संकाय सदस्यों व 6 विद्यार्थियों को मशीन लर्निंग से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया।
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