weather लखनऊः प्रदेश भर में आसमान में छाई धुंध से किसानों की चिंता बढ़ गई है। फिलहाल कुछ जगहों पर धान की कटाई चल रही है। दलहन और तिलहन की फसलें आ गई हैं। अगर यह मौसम एक सप्ताह तक जारी रहा तो सब्जियों को भी नुकसान होगा। वैज्ञानिकों की सलाह है कि ऐसे मौसम में सब्जियों के लिए खेत में नमी बनाए रखना जरूरी है। इसके साथ ही किसानों को नीम के अर्क का छिड़काव करना चाहिए, ताकि उन्हें कीड़ों से बचाया जा सके।
सब्जियों में फूल आने का मौसम
इस संबंध में कृषि वैज्ञानिक डॉ. ए.बी. सिंह का कहना है कि कोहरे और बादल की स्थिति में कीड़ों के संक्रमण की संभावना अधिक होती है। अगर ठंड बढ़ती है तो पाला पड़ने की संभावना भी बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में सब्जियों को कीड़ों से बचाने के लिए नीम अर्क का छिड़काव जरूरी है। इसके साथ ही इस समय सब्जियों में फूल आने का भी मौसम होता है। फूलों को झड़ने से रोकने के लिए औषधियों का प्रयोग भी करना चाहिए।
न करें अधिक दवाई का प्रयोग
कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजेश राय का कहना है कि मिर्च में फल और फूल दोनों होते हैं। इस कारण फूलों को बचाने तथा फल तैयार करने के लिए नीम के अर्क के साथ-साथ औषधियों का प्रयोग करना चाहिए। दवा को हमेशा नियंत्रित तरीके से देना भी महत्वपूर्ण है। किसान अधिक दवाइयों का प्रयोग करके भी अपनी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा इसकी कीमत भी अधिक होती है।
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डॉ. मुनीश का कहना है कि यह मौसम दलहन और तिलहन के लिए नुकसानदेह है, लेकिन अगर यह एक सप्ताह से अधिक समय तक जारी रहा तो नुकसान पहुंचा सकता है। दो-चार दिन भी रह जाए तो कोई नुकसान नहीं होगा। हरी मटर अभी सफेद से ढकी नहीं होनी चाहिए। किसानों को इसकी चिंता होनी चाहिए।
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