लखनऊ: बच्चों को कई तरह के संक्रमण व गम्भीर बीमारियों से बचाने के लिए और बाल मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से सात सितम्बर से 15 अक्टूबर तक विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। इससे 12 तरह की जानलेवा बीमारियों से बचाव होगा। यह अभियान उत्तर प्रदेश के 28 उच्च वरीयता वाले जनपदों में चलेगा। एनएचएम निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने बताया कि टीकाकरण के लिए बच्चों को चिन्हित कर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए कहा है।
पत्र के अनुसार राज्य स्तर पर चिन्हित सूचकांकों के आधार पर प्रदेश में 20 उच्च प्राथमिकता वाले जनपद चिन्हित किए गए हैं। साथ ही इस वर्ष अगस्त तक डिप्थीरिया व मीजेल्स रूबेला आउटब्रेक वाले आठ जनपदों को भी सम्मलित करते हुए कुल 28 जनपदों को उच्च वरीयता वाले जनपदों के तौर पर चिन्हित किया गया है। यह अभियान लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, आगरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, हाथरस, बहराइच, बदायूं, मुरादाबाद, अमरोहा, शाहजहांपुर, कुशीनगर, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, मेरठ, बांदा, प्रयागराज, बलिया, मऊ, बागपत, बुलंदशहर, जीबी नगर, बस्ती, लखीमपुर खीरी, रामपुर, मिर्जापुर और वाराणसी में चलेगा।
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पत्र में कहा गया है कि प्रदेश के कुछ जनपदों में पिछले दिनों डिप्थीरिया/मीजल्स और अन्य टीकारोधी बीमारियों के आउटब्रेक होने की सूचना मिली है। इसे देखते हुए नियमित टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित कर उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश मिले हैं। जिले की सभी आशाओं को इसकी सूचना दे दी गई है। वह मंगलवार तक छूटे बच्चों को चिन्हित कर उनकी लिस्ट विभाग को दे देंगी। यह टीकाकरण अभियान बुधवार और शनिवार को चलाया जाएगा। पत्र के अनुसार विशेष अभियान के दौरान कोविड टीकाकरण की गतिविधियों के कारण किसी भी नियमित टीकाकरण सत्र को प्रभावित नहीं किया जाएगा। आशा और एएनएम से छूटे हुए बच्चों को चिन्हित करने के बाद ई कवच पोर्टल पर अपडेट किया जाएगा। टीकाकरण होने के बाद भी जानकारी पोर्टल पर अपडेट की जाएगी।
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