कानपुरः समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर दर्ज हुए मुकदमे को लेकर सपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। रविवार को शहर में सपा नेताओं ने सरकार के खिलाफ मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। इसके साथ ही चेतावनी दी है कि अगर सरकार मुकदमे की वापसी नहीं करती तो सभी विधानसभा क्षेत्रों में सड़क पर उतरकर कार्यकर्ता आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि प्रदेश की योगी सरकार के इशारे पर सपा अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव बीते दिनों मुरादाबाद में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान मीडियाकर्मी सपा अध्यक्ष से कुछ सवाल करना चाहते थे पर सपा अध्यक्ष ने इसका जवाब नही दिया। इस पर सुरक्षा में लगे कर्मियों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों से मारपीट की थी। इसके बाद मुरादाबाद के पाकबड़ा थाना में सपा प्रमुख समेत 20 अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके विरोध में पूरे प्रदेश के सपा कार्यकर्ता सरकार के विरोध में आ गये और आरोप लगाया जा रहा है कि योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने सपा अध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
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रविवार को महानगर अध्यक्ष डा. इमरान की अगुवाई में सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतर आये और गांधी प्रतिमा स्थल फूल बाग में एकत्र हुए। नगर अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला कराया गया है। इसके बाद सरकार के इशारे पर ही सपा प्रमुख पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। उत्तर प्रदेश में खिसकते जनाधार को देखकर भाजपा अब घबराकर समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हमला कराकर खीझ मिटा रही है।