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सोनिया ने महिला आरक्षण बिल का किया समर्थन, राजीव गांधी को याद कर हुईं भावुक

नई दिल्ली: लोकसभा और देश की विधानसभाओं में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने वाले संविधान (128वां संशोधन) विधेयक पर बुधवार को लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने विधेयक को चर्चा के लिए पेश करते हुए सभी राजनीतिक दलों से इसे सर्वसम्मति से पारित करने का अनुरोध किया। विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए सोनिया गांधी ने बिल का समर्थन किया। उन्होंने सरकार से इसे तुरंत लागू करने की मांग की। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने सरकार से जातीय जनगणना कराने और एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग से आने वाली महिलाओं को आरक्षण देकर आगे बढ़ने की भी मांग की।

बिल लागू में देरी को बताया घोर अन्याय

सोनिया गांधी ने भी इसे अपने जीवनसाथी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का सपना बताते हुए इस दिन को अपने जीवन का मार्मिक क्षण बताया। उन्होंने इस बिल को लागू करने में हो रही देरी को भारत की महिलाओं के साथ घोर अन्याय बताया और मांग की कि कांग्रेस इसे तुरंत लागू करे। सोनिया गांधी के बाद बीजेपी की ओर से बोलने के लिए निशिकांत दुबे खड़े हुए, जिस पर अधीर रंजन चौधरी ने आपत्ति जताई तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चौधरी की आलोचना की और कहा कि महिलाओं की चिंता महिलाएं ही करेंगी, पुरुष नहीं कर सकते। यह क्या है? उन्होंने कहा कि भाइयों को महिलाओं से आगे बढ़कर उनके कल्याण के बारे में सोचना चाहिए, यही इस देश की परंपरा है। शाह ने तंज कसते हुए कहा कि सदन में कांग्रेस नेता चौधरी को शायद पहले बोलने का मौका नहीं मिला, इसलिए उन्हें जलन हो रही है। निशिकांत दुबे ने सोनिया गांधी की महिला आरक्षण के भीतर ओबीसी को आरक्षण देने की मांग पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने पंचायत और नगर निगम में ओबीसी को आरक्षण क्यों नहीं दिया? राज्यसभा और विधान परिषद में SC और ST को आरक्षण क्यों नहीं दिया गया?

आरक्षण को लॉलीपॉप की तरह घुमाती रही कांग्रेस -निशिकांत दुबे

दुबे ने कहा कि कांग्रेस महिला आरक्षण को लॉलीपॉप की तरह घुमाती रही। उन्होंने इसका श्रेय सोनिया गांधी द्वारा लेने पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि बंगाल की गीता मुखर्जी और बीजेपी की सुषमा स्वराज ने महिला आरक्षण के लिए सबसे ज्यादा आवाज उठाई और सबसे ज्यादा योगदान दिया, लेकिन सोनिया गांधी ने अपने भाषण में इन दोनों नेताओं का जिक्र किया। यह भी नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनिया गांधी श्रेय लेने की कोशिश कर रही हैं लेकिन श्रेय उसे ही जाता है जो गोल करता है और आज यह श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है।

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