कीवः रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध 46वें दिन भी जारी है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर रूसी सेना भले ही कब्जा नहीं कर पाई हो, किन्तु कीव के आसपास 1200 शव मिलने से स्थितियां गंभीर हो गयी हैं। यूक्रेन ने रूस पर नरसंहार का आरोप लगाया है। धीरे-धीरे यह युद्ध लगातार आम आदमी पर भारी पड़ता जा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध डेढ़ महीने से अधिक पुराना हो चुका है। आए दिन रूसी सेना आक्रामक होती जा रही है। यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की तमाम कोशिशें विफल होने के बाद रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमले की रणनीति तो बदली है किन्तु कीव के आसपास रूसी नरसंहार के सबूत सामने आ रहे हैं।
बूचा नरसंहार के बाद अब यूक्रेन की सेना ने राजधानी कीव के आसपास के क्षेत्र में 1200 शव मिलने का दावा किया है। यूक्रेन ने इन स्थितियों के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराते हुए रूसी सेना पर नरसंहार का आरोप लगाया है। यूक्रेन का कहना है कि रूस के लगातार हमलों के कारण अब तक 45 लाख लोग देश छोड़ चुके हैं। यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को भी 45 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान होने का दावा किया गया है।
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इस बीच रूस के चेचन्या गणराज्य के प्रमुख रमजान कादिरोव ने दावा किया है कि रूसी सेना मारियुपोल ही नहीं कीव व अन्य यूक्रेनी शहरों पर भी जल्द जोरदार हमला करेगी। उन्होंने दावा किया कि यह हमला पहले से कई गुना अधिक भयावह होगा। इसके पीछे यूक्रेन की राजधानी कीव को पूरी तरह कब्जे में लेने की रणनीति को मुख्य कारण बताया जा रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि आने वाला सप्ताह युद्ध के लिहाज से महत्वपूर्ण होगा। रूसी सैनिक यूक्रेन के पूर्व में बड़े अभियान चलाएंगे, जिनका यूक्रेनी सेना डटकर मुकाबला करेगी।
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