सिरसा: कृषि मंत्री ने नाथूसरी चौपटा में किया सेम ग्रस्त भूमि सुधार प्रोजेक्ट का शुभारंभ

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सिरसा: नाथूसरी चौपटा क्षेत्र में सेम की समस्या से निजात दिलवाने के लिए सेम ग्रस्त भूमि सुधार प्रोजेक्ट के माध्यम से सेम की समस्या से निजात दिलवाई जाएगी। प्रदेश सरकार द्वारा सेम ग्रस्त भूमि सुधार प्रोजेक्ट को अपनाया गया है, प्रदेश में अब तक प्रदेश में 25 हजार एकड़ भूमि कार्य किया जा चुका है।

इसके तहत सोलर लाइट के साथ ट्यूबवेल लगाकर पानी की निकालकर सीधे ड्रेन में डाला जाता है, इससे भूमि में पानी का स्तर नीचे चला जाता है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शुक्रवार को नाथूसरी चौपटा में सेम ग्रस्त भूमि सुधार प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए प्लांट का उद्घाटन करने उपरांत संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि सेम ग्रस्त भूमि सुधार प्रोजेक्ट से जो किसान सालों से अपनी भूमि में खेती नहीं कर पा रहे थे वे किसान अब अपनी भूमि में फसल की बिजाई कर रहे हैं। प्रदेश में इस बार 20 हजार एकड़ से अधिक सेम वाली भूमि में किसानों ने फसल बिजाई की हैं। सरकार का लक्ष्य है कि अगले साल तक 50 हजार सेम वाली भूमि से इस समस्या का ठीक किया जाए। प्रदेश में सात से आठ लाख एकड़ भूमि सेम वाली है, इस सारी भूमि को ठीक करवाया जाएगा और किसानों को दोबारा मौका दिया जाएगा ताकि वे अपनी आमदनी को बढ़ा सके।

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सरकार उद्देश्य किसान की समस्याओं का दूर करना और उनका आर्थिक उत्थान करना है। नाथूसरी चौपटा में अब तक इस तरह सके 50 के करीब ट्यूवबैल लग चुके हैं और सरकार का लक्ष्य है कि लगभग 150 ट्यूबवेल लगाए जाएं। एक ट्यूबवेल की कैपेसिटी लगभग 80 से 100 एकड़ तक की होती है और ये जमीन का पूरा पानी समाप्त कर देते हैं। इस अवसर पर कृषि मंत्री ने किसानों से मुलाकात की और कहा कि सरकार द्वारा किसान हित में योजनाएं चलाई जा रही है, सरकार का मानना है कि यदि किसान का उत्थान होगा तो देश का उत्थान होगा।

इस अवसर पर सहायक भूमि संरक्षण अधिकारी डा. अर्जुन पूनिया ने बताया कि वर्टीकल ड्रेसेज प्रोजेक्ट के तहत जिला सिरसा में सेम ग्रस्त 17 गांवों (गुडियाखेड़ा, रुपाणाखुर्द, निर्बाण, नाथूसरी कलां व खुर्द, लुदेसर, नेहराणा, माखोसरानी, तर्कावाली, शाहपुरिया, शक्कर मंदोरी, रुपाना बिश्नोईया, रुपाना गंजा, दड़बा कलां, केहरावाली, साहुवाला -1, नारायण खेड़ा, मानक दिवान) क्षेत्र की लगभग 20 हजार एकड़ भूमि को सेम की समस्या से मुक्त किया जाएगा। प्रति एकड़ सुधारीकरण की अनुमानित लागत 19 से 20 हजार रुपये आएगी। पहले चरण में 4 गांव (गुडिया खेड़ा, नाथूसरी कलां व रुपाना खुर्द व निर्वाण) के सेम ग्रस्त एरिया लगभग 5585 एकड़ को ठीक किया जाएगा।

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