केजीएमयू में रेजिडेंट से पूरी हो रही डॉक्टरों की कमी 

13

लखनऊः केजीएमयू में मरीजों को राहत देने व डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए पीजी करने वाले स्टूडेंट को ही सीनियर रेजिडेंट के तौर पर रखा जाएगा। इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है। इस साल पीजी करने वालों को खाली पदों पर अस्थाई रूप से तैनात करने की तैयारी है। डीजीएमई से बांड के तहत नए बैच के डॉक्टर नहीं आने से विभागों में कई पद खाली पड़े हुए हैं। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय से पीजी करने वाले छात्रों को 02 साल के लिए तैनाती मिलती है। फिलहाल अभी तक काउंसलिंग नहीं होने से पीजी करने वालों की तैनाती नहीं की जा सकी है। इस साल पीजी करने वाले स्टूडेंट को ही अस्थाई रूप से रखा जा रहा है।

यह भी पढ़ें-पुलिस मुख्यालय से दुरूस्त होगी लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था

केजीएमयू के एमएस डॉ. हिमांशु ने बताया कि प्रायः कोर्स पूरा होने के बाद स्टूडेंट चले जाते हैं। हालांकि, डीजीएमई के पत्र के आधार पर पीजी के पास आउट छात्रों को अस्थाई रूप से रखा जा रहा है। इसके साथ ही जिन डॉक्टरों की बॉन्ड अवधि पूरी हो चुकी है, उनको भी संबंधित हेड की डिमांड पर 45 दिन का एक्सटेंशन दिया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर इस एक्सटेंशन को और बढ़ाया जा सकता है। जब तक डीजीएमई से नए डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की जाती, तब तक अस्थाई रूप से तैनात रेजिडेंट से काम लिया जाएगा।

विभागों में खाली पड़े पदों में डॉक्टर संविदा के आधार पर वॉक इन इंटरव्यू के माध्यम से सीनियर रेजिडेंट को रखा जा रहा है। इसी सप्ताह कई विभागों में इंटरव्यू हुए हैं। मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की कमी नहीं होने दी जाएगी। जरूरत के अनुसार हर विभाग में सीनियर रेजिडेंट को रखा जा रहा है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)