Shimla: गेस्ट टीचरों की भर्ती के खिलाफ एबीवीपी का जोरदार प्रदर्शन, नारेबाजी

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शिमला (Shimla): अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों में गेस्ट टीचरों की भर्ती का कड़ा विरोध किया है। परिषद ने मंगलवार को शिमला में उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और अतिथि शिक्षकों की भर्ती के फैसले को तुरंत वापस लेने का अनुरोध किया। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

एबीबीपी के प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने कहा कि राज्य सरकार ने कैबिनेट में स्कूलों और कॉलेजों में पीरियड के आधार पर 2600 गेस्ट टीचरों की भर्ती करने का निर्णय लिया है। इसके तहत उन्हें छठी कक्षा से लेकर कॉलेज तक के छात्रों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दी जाएगी।

युवाओं को धोखा दे रही सरकार

प्रदेश मंत्री ने कहा कि गैप व्यवस्था के नाम पर स्कूल स्तर से लेकर कॉलेज स्तर तक के विद्यार्थियों को अब गेस्ट टीचर पढ़ाएंगे। यह व्यवस्था शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों और वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद नेट और सेट परीक्षा उत्तीर्ण कर अपना भविष्य उज्ज्वल बनाने का सपना देखने वाले युवाओं के साथ धोखा है। शिक्षा पूरी करने के बाद गेस्ट टीचरों के नाम पर प्रदेश के हजारों युवाओं को स्थाई रोजगार न देकर प्रदेश सरकार का असली चेहरा जनता के सामने आ गया है, जबकि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले लाखों नौकरियां देने का वादा किया था।

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शिक्षा को किराये पर देने की कोशिश

उन्होंने कहा कि जब से हिमाचल में वर्तमान सरकार सत्ता में आई है तब से शिक्षा के क्षेत्र में नए-नए प्रयोग और फैसले लिए जा रहे हैं, चाहे वह व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर ही क्यों न हो। इन निर्णयों से साफ जाहिर हो रहा है कि राज्य की शिक्षा को किराये पर देने की कोशिश की जा रही है और राज्य सरकार अपना समय बचाने की मंशा से काम कर रही है। आकाश नेगी ने कहा है कि अगर राज्य सरकार ने जल्द ही इस फैसले को वापस नहीं लिया तो विद्यार्थी परिषद सरकार के खिलाफ राज्य स्तरीय आंदोलन शुरू करेगी।

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