प्रयागराजः यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए ऑनलाइन केंद्र निर्धारण नीति जारी कर दी है। इसके बाद यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने शासन के आदेश के अनुपालन के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र भेजा है। इस बार प्रश्नपत्र उत्तर पुस्तिकाओं से अलग रखे जाएंगे। इसके लिए परीक्षा केंद्र पर एक अलग कमरे में स्ट्रांग रूम बनाया जाएगा। यूपी बोर्ड के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने शनिवार को बताया कि शासनादेश में अनिवार्य मानक पूरा करने वाले स्कूलों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की छात्राओं को स्वकेंद्र की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए प्राचार्य कक्ष से अलग एक कक्ष को स्ट्रांग रूम बनाना अनिवार्य किया गया है। इस बार इसमें उत्तर पुस्तिकाएं नहीं रखी जाएंगी, ताकि स्ट्रांग रूम में किसी अन्य प्रकार की गतिविधि न हो सके। सचिव ने बताया कि स्ट्रांग रूम में डबल लॉक वाली अलमारी की ऑनलाइन निगरानी की जायेगी। इसके साथ ही एक नई व्यवस्था यह भी की गई है कि स्ट्रांग रूम में एक और अलमारी की व्यवस्था होगी, जिसमें पहली बार प्रश्नपत्र निकालने और वितरण के बाद बचे हुए प्रश्नपत्र सुरक्षित रखे जाएंगे।
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सचिव ने कहा कि जिन वित्तविहीन विद्यालयों में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में मिलाकर छात्राओं की संख्या अधिक है, उन्हें सभी मानक पूरे करने पर केंद्र बनाने में प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा संस्थागत-व्यक्तिगत बाल अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र प्रत्येक विद्यालय अग्रेषण केंद्र से 12 किलोमीटर की परिधि के विद्यालयों में निर्धारित किये जायेंगे।
सचिव ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों एवं विद्यालय की अनुपलब्धता के कारण 15 किलोमीटर के दायरे में विद्यालय केंद्र बनाये जायेंगे। पहले यह सीमा पांच से दस किमी थी। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के लिए दूरी बढ़ाकर अधिक क्षमता वाले अच्छे विद्यालय केंद्र बनाए जा सकते हैं। इससे परीक्षा केंद्र कम हो जायेंगे। कम केंद्र होने से उनकी निगरानी अधिक गहनता से की जायेगी। उन्होंने बताया कि 1500 अभ्यर्थियों तक के लिए परीक्षा केंद्र बनाये जायेंगे। पहले यह सीमा 1200 थी।
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