Featured दुनिया

Year Ender 2022: कोरोना महामारी से लेकर, यूक्रेन-रूस युद्ध तक… देखें इस साल घटी ये बड़ी घटनाएं

नई दिल्लीः काउंटडाउन शुरू हो चुका है। चंद दिन बाद नया साल दस्तक देने वाला है और यह साल हमेशा के लिए हमसे विदा ले लेगा। इस साल दुनिया में घटी कई बड़ी कई घटनाओं ने हम सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। कोरोना महामारी, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ का निधन, यूक्रेन-रूस युद्ध समेत कई बड़ी घटनाओं का पूरा विश्व गवाह बना। आइए एक बार फिर उन बड़ी घटनाओं को देखते हैं, जो समाचार की सुर्खियां बनीं -

रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग, विभीषिका से दहली पूरी दुनिया -

रूस

24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण कर दिया। यूक्रेन के शहरों में रूस के ताबड़तोड़ हमलों ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। हर ओर जलतीं इमारतें और बम और मिसाइलों की गूंज से पूरा यूक्रेन दहल उठा था। हर ओर सिर्फ बर्बादी का मंजर। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर अपना कब्जा जमाने के लिए लगातार हमले कर रहे थे, जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की भी पीछे हटने को तैयार नहीं थे। आठ महीनों के बाद दिसम्बर में रूसी राष्ट्रपति ने आखिरकार युद्ध विराम की घोषणा की। उन्होंने ये घोषणा जेलेंस्की के अमेरिका दौरे के बाद की है।

ब्रिटेन की महारानी का निधन, प्रिंस चार्ल्स बने महाराजा -

Queen Elizabeth

ये साल ब्रिटेन के नागरिकाें को एक बड़ा दुख दे गया। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने आखिरी सांस ली। 8 सितम्बर को उनके निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गई। 96 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। 96 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा। 21 अप्रैल 1926 को लंदन के मेफेयर में ब्रूटन स्ट्रीट में जन्मीं एलिजाबेथ ने 1952 को राजकाज संभाला था। महारानी के निधन के बाद प्रिंस चार्ल्स नए महाराजा बने। छह मई 2023 को उनका आधिकारिक रूप से राज्याभिषेक होगा।

एलन मस्क बने ट्विटर के नए सीईओ, संभाला कार्यभार-

Twitter

एलन मस्क ने अप्रैल में सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म ट्विटर को खरीदने का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने 44 बिलियन डाॅलर में ट्विटर डील को पक्का किया। ट्विटर का कमान संभालते ही सबसे पहले उन्होंने तत्कालीन सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई अधिकारियों को कंपनी से निकाल दिया और खुद कंपनी चलाने की घोषणा की। एलन मस्क के ट्विटर संभालते ही कई बदलाव आए। इनमें ब्लू टिक, ग्रे टिक व गोल्ड टिक शामिल हैं।

हिजाब के विरोध में सड़क पर उतरीं ईरान की महिलाएं -

16 सितम्बर को 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में हिजाब विवाद ने जन्म लिया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस आरोप लगाया कि महसा की मौत पुलिस की प्रताड़ना से हुई, जबकि उसकी गलती सिर्फ ये थी कि उसने ठीक तरह से हिजाब नहीं पहना था। महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान की महिलाओं ने सड़कों पर उतरकर हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू किया। प्रदर्शनकारियों और सरकार के बीच ये विवाद कई महीनों तक चला। इस दौरान सरकार ने एक प्रदर्शनकारी 23 साल के माजिद रेजा रेनवार्ड को फांसी तक दे दी। ईरान की महिलाओं व प्रदर्शनकारियों को पूरी दुनिया का समर्थन मिला और आखिरकार सरकार अपने हिजाब कानून पर विचार करने का फैसला किया।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनकर ऋषि सुनक ने रचा नया इतिहास-

rishi
rishi

भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच दिया। लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद नये प्रधानमंत्री के रेस में भारतीय ऋषि सुनक व पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जाॅनसन के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन पीएम की रेस से जाॅनसन के पीछे हटने के बाद सुनक के लिए रास्ता साफ हो गया था। इसके बाद सुनक आधिकारिक रूप से ब्रिटेन के 57वें प्रधानमंत्री बन गए। उन्हें महाराजा चाल्र्स तृतीय ने बकिंघम पैलेस में पीएम पद की शपथ दिलाई थी। इस दौरान उनके हाथों में बंधा कलावा खासा चर्चा का विषय बना रहा।

ये भी पढ़ें..Year-Ender 2022: ‘AAP’ के लिए बड़ी उपलब्धियों और चुनौतियों से भरा...

दक्षिण कोरिया के सियोल में हेलोविन पार्टी में भगदड़ -

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हैलोवीन उत्सव के दौरान मची भगदड़ में 151 लोगों की मौत हो गई। राहत और बचाव अधिकारियों ने बताया कि जान गंवाने वाल लोगों में ज्यादातर की उम्र 20 से 30 साल के बीच थी। ये लोग दो साल के बाद कोरोना प्रतिबंधों के बिना बड़े स्तर पर हैलोवीन पार्टी मनाने को लोग जुटे थे। लेकिन, कम जगह में ज्यादा संख्या में लोगों के इकट्ठा होने से अचानक भगदड़ मच गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन समेत कई वैश्विक नेताओं ने शोक जताया था।

आयरलैंड के प्रधानमंत्री बने भारतीय मूल के लियो वराडकर -

भारतीय मूल के लियो वराडकर को 17 दिसम्बर को आयरलैंड के प्रधानमंत्री के रूप में दूसरी बार चुना गया। आयरलैंड की संसद के निचले सदन डेल के विशेष सत्र के दौरान सांसदों ने माइकल मार्टिन की जगह लेने के लिए मतदान के जरिए वराडकर के नाम को मंजूरी दी। आयरलैंड के राष्ट्राध्यक्ष राष्ट्रपति माइकल डी. हिगिंस की ओर से मंजूरी मिलने के बाद वराडकर की नियुक्ति की पुष्टि की गई। आयरलैंड में साल 2020 में आम चुनाव हुए थे, जिसके बाद मार्टिन अपनी पार्टी फिएना फेल और वराडकर की पार्टी फिने गाइल के बीच हुए ऐतिहासिक समझौते के पश्चात मार्टिन देश के प्रधानमंत्री बने थे। इस समझौते के तहत तय हुआ था कि पांच साल के कार्यकाल के शुरुआती ढाई साल में मार्टिन देश के प्रधानमंत्री और वराडकर उप प्रधानमंत्री रहेंगे। इसके बाद दोनों एक दूसरे की जगह लेंगे। मार्टिन (61) ने शनिवार सुबह प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया। वराडकर (43) इससे पहले वर्ष 2017 से 2020 के बीच आयरलैंड के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। वह देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने थे। वराडकर की मां का संबंध आयरलैंड, जबकि पिता का ताल्लुक भारत से है। वह आयरलैंड के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री भी रहे हैं।

सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज 19 साल बाद हुआ रिहा -

सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज नेपाल की सेंट्रल जेल से 19 साल बाद 24 दिसम्बर को रिहा कर दिया गया। उसे 15 दिन के भीतर उसके देश फ्रांस भेजे जाने का आदेश भी दिया गया है। पूरी दुनिया में सीरियल किलर के नाम से मशहूर चार्ल्स शोभराज 1986 में भारत की राजधानी दिल्ली की तिहाड़ जेल से फरार होने में सफल हो गया था। हालांकि बाद में भारतीय पुलिस ने गोवा में उसे गिरफ्तार कर लिया था। 1997 में भारत में सजा पूरी करने के बाद फ्रांस गए शोभराज को 2003 में नेपाल में गिरफ्तार किया गया था। दो अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में 12 अगस्त 2004 को चार्ल्स शोभराज को नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी। बीते दिनों नेपाल की सुप्रीम कोर्ट ने शोभराज की बढ़ती उम्र के मद्देनजर उसे रिहा करने के आदेश दिये थे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने रिहाई के 15 दिन के भीतर उसे उसके देश फ्रांस भेजने का आदेश भी दिया है।

प्रचंड बने नेपाल के नए प्रधानमंत्री -

नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने 25 दिसम्बर नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी सेंटर के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' को हिमालयी देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया। संसद के 265 सांसदों में से प्रचंड ने 170 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है। राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक- संविधान के अनुच्छेद 76 (2) के अनुसार, राष्ट्रपति भंडारी ने प्रचंड को नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया है।

लौट आया कोरोना, दुनिया को सता रहा नये वेरिएंट का डर -

Coronavirus
corona-in-china

2019 में पहली बार दुनिया ने कोरोना का कहर देखा। इसकी शुरुआत चीन से हुई, वहीं इस साल जनवरी में भी चीन में एक दिन में 4 करोड़ लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। अब दिसम्बर में भी कोरोना का नया वेरिएंट बीएफ-7 चीन में कहर बरपा रहा है। चीन में एक दिन में 3.7 करोड़ लोग संक्रमित पाये गये हैं, जिससे कोरोना लहर की वापसी माना जा रहा है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)