फतेहाबादः ग्रामीण सफाई कर्मचारियों (Sanitation workers) ने स्थायी नौकरी और समान काम के लिए समान वेतन की मांग को लेकर अपनी हड़ताल 10 नवंबर तक बढ़ाने का फैसला किया है। काम बंद कर आंदोलन कर रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को फतेहाबाद में प्रदर्शन किया और विधायक दुदाराम के प्रतिनिधि को मांग पत्र सौंपा।
25 दिनों से चल रही है हड़ताल
ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने विधायक से मांग की है कि वह उनकी मांगों को लेकर सरकार से बात करें और उनकी समस्याओं का समाधान कराएं ताकि दीपावली जैसे पवित्र त्योहार पर गांवों में सफाई व्यवस्था सुचारू रह सके। प्रदर्शन का नेतृत्व ब्लाक प्रमुख पवन कुमार व जगदीश नूरकी ने और संचालन दीपक ने किया। प्रदर्शन से पहले फतेहाबाद व नागपुर ब्लॉक के धरनारत कर्मचारियों को संबोधित करते हुए जिला प्रधान बलवीर सिंह, कोषाध्यक्ष हरपाल सिंह व जिला सचिव बेगराज ने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 25 दिन से हड़ताल पर हैं।
सामने रखीं कई मांगे
25 दिनों से गांवों में सफाई कार्य ठप है। गांवों में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। दीपावली पर जहां लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं, वहीं आज सरकार की हठधर्मिता के कारण गांवों में साफ-सफाई की कमी से लोग परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सभी सफाई कर्मचारी मुख्यमंत्री की घोषणा से नाखुश हैं और 26 हजार रुपये मासिक वेतन देने, बीडीपीओ के पेरोल पर लेने, 400 की आबादी पर एक कर्मचारी नियुक्त करने, वेतन को महंगाई से जोड़ने की मांग कर रहे हैं। सहमति के अनुसार कार्य उपकरण, ब्लॉक का वार्षिक भत्ता। धुलाई भत्ता का भुगतान, वेतन वृद्धि के साथ वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ आदि मांगें यथावत हैं।
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यूनियन नेताओं ने कहा कि 5 नवंबर को पंचायत मंत्री देवेन्द्र बबली के विधानसभा क्षेत्र टोहाना में सरपंच एसोसिएशन द्वारा आयोजित होने वाली रैली में ग्रामीण सफाई कर्मचारी भी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। ब्लॉक कोषाध्यक्ष सुरेंद्र झालानिया, उपाध्यक्ष उग्रसेन, कश्मीर काउ सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।
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