वाशिंगटनः रूस- यूक्रेन जारी जंग में अत्याधुनिक हथियारों का जमकर उपयोग किया जा रहा है। यूक्रेन पर अब पुतिन की सेना ने पहली बार ‘ब्रह्मास्त्र’ से भीषण हमला किया है। रूस की मिलिटरी कमान ने दावा किया है कि उसने पहली बार सुपरसोनिक मिसाइल हमले में यूक्रेन के विशाल भूमिगत आयुध भंडार को तबाह कर दिया है। इस भंडार गृह में बड़ी संख्या में मिसाइलें और गोला बारूद थे। यह आयुद्ध भंडार राजधानी कीव से 350 मील पश्चिम में डिलेटीन नामक गांव में था।
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अमेरिकी मीडिया ने अपने सूत्रों से इस रूसी दावे की सच्चाई की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन रूसी मीडिया के हवाले से बताया है कि रूस के मेजर जनरल ईगोर कोनेशनकोव ने शनिवार को एक सरकारी मीडिया “रिया” टेलीग्राम चैनल को एक वीडियो प्रसारण में दावा किया है कि इस “किंजाल एवीएशन” नामक सुपरसोनिक मिसाइल के ज़रिए युक्रेणु के विशाल आयुध भंडार को तबाह कर यूक्रेन की कमर तोड़ दी है। इसे सुपरसोनिक एयरोबैलेस्टिक मिसाइल भी कहा जा रहा है। रिया चैनल पर बताया जा रहा है कि इस एयरोबैलेस्टिक मिसाइल का हमला उस समय हुआ, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की एक प्रसारण में रूस के राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन से सीधे बातचीत करने और दोनों देशों की क्षेत्रीय अखंडता और न्याय की स्थापना की मांग कर रहे थे।
बता दें कि, किंजल मिसाइल का अनावरण साल 2018 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने की थी और अपनी सेना को किंजल हाइपरसनिक मिसाइल सौंपा था। हालांकि, कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि, रूस ने पहले भी इस मिसाइल का इस्तेमाल किया है। पिछले साल जून में रूस ने पूर्वी भूमध्य सागर में ब्रिटिश सेना को चिढ़ाने के लिए और रूसी सेना ने अपनी ताकत दिखाने के लिए एक विशाल सैन्य प्रदर्शन किया। जिसमें हाइपरसोनिक मिसाइल किंजल ले जाने वाले मिग-31के सुपरसोनिक युद्धक विमानों को सीरिया में पुतिन के एयरबेस से एक ड्रिल में तैनात किया गया था। राज्य संचालित मीडिया में रिपोर्टों ने स्पष्ट किया गया था कि, सैन्य अभ्यास विशेष रूप से ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा विमानवाहक पोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ की तैनाती के खिलाफ किया गया था।
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