मास्को: रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि नाटो सदस्य समझते हैं कि उसे लेक्चर देने का अधिकार है। रूस की सीमा पर नाटो की उपस्थिति देश पर आक्रमण की धमकी की तरह है। रूस के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि नाटो ने रूस को एक प्रतिद्वंदी बताया है। हमारी सीमा के करीब वह सेना की ताकत बढ़ा रहा है। नाटो और उसके सदस्य यह समझते हैं कि उन्हें हमें लेक्चर देने का अधिकार है कि हम कैसे अपनी सेना को खड़ा कर सकते हैं।’
इस मामले में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने मंगलवार को कहा था कि यू्क्रेन संकट को लेकर पुतिन को इस बात पर राजी कर लिया है कि वह इस संकट को और नहीं बढ़ाएंगे। इससे पहले अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज से सोमवार को मुलाकात कर आगाह किया था कि यदि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो अहम गैस पाइपलाइन ‘नोर्ड स्ट्रीम2’ को बाधित कर दिया जाएगा। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि केवल अमेरिका और उसके सहयोगी ही हमले की बातें कर रहे हैं।
पुतिन और फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों की मुलाकात मॉस्को में पांच से अधिक घंटे तक चली थी। इसी दौरान बाइडन और शोल्ज ने यूक्रेन के संकट से निपटने के प्रयासों के तहत व्हाइट हाउस में वार्ता की। रूस ने यूक्रेन की सीमा पर हजारों सैन्य बलों को तैनात किया है और वह लगभग रोजाना अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है।