कोलकाताः ईस्ट वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर की सुरंग खुदाई के दौरान बउबाजार में क्षतिग्रस्त 14 इमारतों को तोड़ने की सिफारिश नगर निगम के विशेषज्ञों ने की है। राज्य सचिवालय सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है।
बताया गया है कि बुधवार रात मेट्रो की सुरंग खुदाई के बाद बउबाजार में कई इमारतों में दरार पड़ गई थी। इस पर नगर निगम ने क्षतिग्रस्त इमारतों का जायजा लेने के लिए विशेषज्ञों को भेजा था। जानकारी के अनुसार इन विशेषज्ञों ने अपनी रिपोर्ट निगमायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेज दी गई है। विशेषज्ञों ने इस बात की सिफारिश की है कि जिन इमारतों में भी दरारें पड़ी हैं, वे काफी खतरनाक हैं और अगर उनमें लोगों का रहना बरकरार रहा तो कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए इमारतों में रहना खतरनाक हो सकता है। अगर उनमें लोगों का रहना बरकरार रहा और नीचे से मेट्रो गुजरने के समय कभी भी दुर्घटना होने की आशंका बनी रहेगी। सूत्रों के अनुसार जल्द ही कोलकाता नगर निगम की टीम इस पर कोई अंतिम निर्णय लेगी।
इसी बीच कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बताया है कि जमीन के नीचे सुरंग खुदाई का काम चल रहा था। 38 मीटर कंक्रीट का जॉइंट बॉक्स बनाया जाना था जिसमें 29 मीटर का तो निर्माण हो चुका है, जबकि बाकी नौ मीटर निर्माण से पहले इमारतों में दरार पड़ गई है। इसकी वजह यह भी है कि सुरंग के नीचे मिट्टी धंसने की वजह से 11 जगहों से पानी निकलने लगा था। इसके बाद गुरुवार देर रात तक नगर निगम के कर्मियों ने इन सभी जगहों पर काम बंद कर दिया है लेकिन सुरंग के अंदर पानी भरा हुआ है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि किसी और जगह से पानी तो नहीं निकल रहा। जिन इमारतों में दरारें पड़ी हैं, वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित निकालकर होटलों में पहुंचाया गया है।
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उल्लेखनीय है कि बुधवार रात मेट्रो की सुरंग खुदाई के बाद इलाके की एक दर्जन से अधिक इमारतों में दरारें नजर आ गई हैं। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। नगर निगम की टीम के साथ मिलकर यहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
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