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तेजस्वी यादव को सीबीआई कोर्ट से मिली राहत का राजद व कांग्रेस ने किया स्वागत

पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सीबीआई कोर्ट से मिली चेतावनी के मामले पर बिहार के अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक ओर जहां भाजपा ने राजद नेताओं से यह उम्मीद जताई है कि अब से राजद नेता जांच एजेंसियों के खिलाफ बोलने से पहले अपने जुबान पर लगाम लगाएंगे वहीं दूसरी ओर राजद और कांग्रेस ने कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।

विरोधी तो हमारे पीछे शुरू से ही पड़े हैं: तेजप्रताप

बिहार सरकार में मंत्री और तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव ने कोर्ट का फैसला आने के बाद आज पटना में कहा कि विरोधी तो शुरू से हम लोगों के पिछले लगे हुए लेकिन हम काम कर रहे हैं। तेजस्वी को जो जिम्मेदारी मिली है वह उसे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं और आगे भी अपने कर्तव्यों को पालन करेंगे। भगवान भी देख रहा है कि कौन सही है और कौन गलत है। भगवान की बहुत बड़ी कृपा और बिहार की जनता का आशीर्वाद है। तेजस्वी को कोर्ट से राहत मिली है, बहुत अच्छी बात है।

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जांच एजेंसियों को कितना बोलना है यह राजद को स्पष्ट हो गया: नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज कोर्ट के आदेश से यह स्पष्ट हो गया है कि संवैधानिक पद पर बैठे लोगों को जांच एजेंसियों के बारे में कितना और क्या बोलना चाहिए। संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग करने के राजद के आरोपों पर विजय सिन्हा ने कहा जब फैसले उनके हक में आता है तो संवैधानिक रूप से सही हो जाता है और जब उनके विरोध में होता है तो वही गलत हो जाता है। वाह रे सत्ता पक्ष की सोच, मानना पड़ेगा।

साबित हो गया कि केन्द्र सरकार कैसे जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करती है: कांग्रेस

कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि यह शुरू से ही लग रहा था कि सीबीआई का यह काम पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। आज कोर्ट में हुई सुनवाई ने यह साबित कर दिया कि केंद्र सरकार कैसे जांच एजेंसियों को इस्तेमाल करती है।

क्या था पूरा मामला -

सीबीआई की एक विशेष अदालत ने मंगलवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को 'सीबीआई के खिलाफ बोलने से पहले सोचने' की चेतावनी दी। अदालत आईआरसीटीसी घोटाला मामले से संबंधित भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम मामले में उनकी जमानत रद्द करने की सीबीआई की याचिका पर सुनवाई कर रही थी। सीबीआई अधिकारियों ने अदालत को बताया कि तेजस्वी यादव ने उन्हें धमकी देते हुए भाषण दिया था, एक दिन वे (सीबीआई अधिकारी) सेवानिवृत्त हो जाएंगे और सरकार भी बदल जाएगी, फिर वे क्या करेंगे? कोर्ट ने सीबीआई की दलील सुनने के बाद तेजस्वी यादव को इस तरह के भाषण न देने की चेतावनी दी। कोर्ट ने कहा कि आप उपमुख्यमंत्री हैं, आपको बोलने से पहले सोचना चाहिए क्योंकि बिहार के अधिकतर लोग कम पढ़े-लिखे हैं, वे आपके संदेश को नहीं समझेंगे। तेजस्वी को जमानत देते हुए और उन्हें चेतावनी देते हुए कोर्ट ने कहा कि मैं जमानत रद्द नहीं कर रहा हूं।

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