नई दिल्लीः कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंताएं बढ़ा दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को तेजी से बदलती स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
सोमवार को भेजे गए अपने पत्र में राजेश भूषण ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर में 23 प्रतिशत एक्टिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता पड़ी थी। तीसरी लहर में यह संख्या 5-10 प्रतिशत है लेकिन परिस्थितियां तेजी से बदल रही हैं, इसलिए राज्यों को अपनी पूरी तैयारी रखनी चाहिए। राज्यों को सलाह दी गई है कि वे अपने अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए सभी इंतजाम सुनिश्चित करें। बेड की संख्या, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयों की कहीं कोई कमी नहीं होनी चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के दौरान अस्पताल में देखभाल की जरूरत वाले सक्रिय मामलों का प्रतिशत 20-23 प्रतिशत के बीच था।
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रिकार्ड स्तर पर आ रहे कोरोना के नए मामले
बता दें कि देशभर में कोरोना के मामले रिकार्ड स्तर पर दर्ज किए जा रहे हैं। बीते 24 घंटों के अंदर देश में कोरोना के 1 लाख 79 हजार 723 (1,79,723) नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 46,569 मरीज कोरोना से रिकवर भी हुए हैं। कोरोना के चलते पिछले 24 घंटों के अंदर 146 लोगों की मौत हुई है।
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