जयपुरः राजस्थान ‘मिट्टी बचाओ’ अभियान के तहत समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने वाला दूसरा भारतीय राज्य बन गया है। शुक्रवार की रात जयपुर में आयोजित मिट्टी बचाओ कार्यक्रम में राज्य के पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री राजेश चंद मीणा, ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु के साथ राज्य के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने राज्य और देश की कृषि भूमि को बंजर होने से बचाने के लिए तत्काल नीति आधारित कार्रवाई का आह्वान किया।
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मिट्टी को बचाने के लिए एक नीति बनाने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि भारत में कृषि मिट्टी में औसत जैविक सामग्री 0.68 प्रतिशत होने का अनुमान है, जिससे उपजाऊ मिट्टी के विलुप्त होने का खतरा बना हुआ है। देश में लगभग 30 प्रतिशत उपजाऊ मिट्टी पहले ही बंजर हो चुकी है। ‘मिट्टी बचाओ’ अभियान के तहत एमओयू हस्ताक्षर करने वाला गुजरात पहला भारतीय राज्य है। सद्गुरु ने मिट्टी को बचाने के लिए वैश्विक आंदोलन शुरू किया था। ‘मिट्टी बचाओ’ अभियान का मूल उद्देश्य मिट्टी के विलुप्त होने से निपटना और कृषि भूमि में कम से कम 3-6 प्रतिशत कार्बनिक पदार्थ सुनिश्चित करने पर जोर देना है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 जून को सुबह 11 बजे विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे।
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