भीषण गर्मी के बीच आई राहत भरी खबर, राजस्थान में तय समय से पहले दस्तक देगा मानसून

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जयपुरः राजस्थान में तेज गर्मी से तप रहे लोगों के लिए मौसम विभाग सुकून लेकर आया है। इस बार मानसून (monsoon) समय से पहले आने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस साल के मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य बारिश (96-104 फीसदी) होने की संभावना जताई है। मौसम केन्द्र दिल्ली ने दक्षिणी पश्चिमी मानसून के केरल में आने की संभावित तारीख घोषित कर दी है। मौसम विशेषज्ञों की माने तो केरल में मानसून के आने के बाद राजस्थान तक इसे पहुंचने में औसतन 20 या 22 दिन का समय लगता है, ऐसे में संभावना है कि राजस्थान में मानसून समय से एक सप्ताह पहले प्रवेश कर जाता है। जो इस बार 16 से 18 जून के बीच आ सकता है।

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जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार भारतीय मौसम केन्द्र नई दिल्ली ने इस बार केरल में 27 मई को मानसून (monsoon) के आने की संभावित तिथि घोषित की है। साथ ही ये भी संभावना जताई है कि मानसून का वास्तविक प्रवेश घोषित संभावित तिथि से 4 दिन पहले या 4 दिन बाद भी हो सकता है। आम तौर पर जब केरल में मानसून प्रवेश करता है तो वहां से राजस्थान की सीमा तक आने में उसे औसतन 20-22 दिन का समय लगता है। अभी राजस्थान में मानसून कौन से दिन आएगा ये कहना जल्दबाजी होगी। मानसून के आने की निर्भरता उस समय की वातावरण और हवाओं की स्थिति पर रहती है।

राजस्थान में मानसून का प्रवेश डूंगरपुर-बांसवाड़ा के रास्ते होता है। 2021 में बांसवाड़ा के रास्ते मानसून ने 18 जून को प्रवेश किया था, जो सामान्य तारीख 25 जून से एक सप्ताह पहले आ गया था। वर्तमान में जो परिस्थितियां बन रही है और ये परिस्थितियां सामान्य रही तो संभावना है कि इस बार भी मानसून एक सप्ताह पहले आ सकता है। मौसम विभाग ने इस साल के मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य बारिश (96-104 फीसदी) होने की संभावना जताई है।

राजस्थान में 4 महीने के सीजन में औसत बरसात 415 मिमी होती है। पिछले साल औसत बरसात 485.30 मिमी हुई थी, जो सामान्य से 17 फीसदी ज्यादा थी। इस बार मौसम विभाग ने राजस्थान के उत्तर-पूर्वी हिस्से के बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और चूरू क्षेत्र में बारिश सामान्य से कम होने, जबकि दक्षिण-पूर्वी हिस्से के कोटा, सवाई माधोपुर, भरतपुर, अलवर, झुंझुनूं, जयपुर, दौसा, धौलपुर, बारां, बूंदी, टोंक, बांसवाड़ा, डूंगरपुर और उदयपुर में सामान्य से थोड़ी अधिक होने की संभावना जताई है।

राजस्थान में 2021 में मानसून की स्थिति सामान्य रही थी। पूरे राज्य में बरसात औसत से 17 फीसदी अधिक हुई थी। मौसम केंद्र जयपुर ने राजस्थान को दो हिस्सों (पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान) में बांट रखा है। पश्चिमी राजस्थान में 2021 में बारिश सामान्य से अधिक रही। यानी यहां बारिश औसत से 20 फीसदी ज्यादा रही, जबकि पूर्वी राजस्थान में सामान्य (औसत से 16 फीसदी अधिक)। सिरोही, श्रीगंगानगर, पाली, जालोर, उदयपुर और डूंगरपुर में साल 2021 में बारिश औसत से कम हुई थी।

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