रायपुर : राजभवन में दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा देसी गाय के गोबर से तैयार भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है। राज्यपाल अनुसूईया उइके ने बुधवार शाम विधि-विधान से प्रतिमा की स्थापना कर पूजा-अर्चना की। वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर अपने रायपुर स्थित निवास में विराजे भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बुधवार को हिमाचल प्रदेश के दौरे पर थे। वहां से रात्रि में वे रायपुर लौटे। इसके पहले बुधवार की शाम मुख्यमंत्री बघेल की धर्मपत्नी श्रीमती मुक्तेश्वरी बघेल और मुख्यमंत्री के परिजनों ने विधि विधान के साथ मुख्यमंत्री निवास में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की।
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उल्लेखनीय है कि दुर्ग स्थित दाऊ वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय से जुड़े पंचगव्य अनुसंधान केंद्र ने इस साल गाय के गोबर को शोधित कर उससे भगवान गणेश की प्रतिमाओं का निर्माण शुरू किया था। राजधानी में कई घरों में गोबर से बने गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना की गई है।
प्रतिमाओं में केमिकल का उपयोग नहीं –
कामधेनु विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एन. पी.दक्षिणकर ने बताया कि विश्वविद्यालय में संचालित कामधेनु पंचगव्य अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने यह प्रतिमा बनाई है। पूरी तरह देसी गाय के गोबर से बनी इस प्रतिमा में रसायनों का बिल्कुल उपयोग नहीं हुआ है। इसकी वजह से यह प्रदूषण नहीं फैलाएगी। विसर्जन के एक घंटे के भीतर यह प्रतिमा पानी में पूरी तरह घुल जाती है। विश्वविद्यालय ने 25 अगस्त से दुर्ग के पद्नाभपुर स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में इन प्रतिमाओं की प्रदर्शनी भी लगाई थी। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बताया, इस साल पंचगव्य अनुसंधान केंद्र में करीब 250 प्रतिमाएं तैयार की गई हैं ।
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