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धान व खरीफ के लिए वरदान बनी बारिश, बेहतर उत्पादन के लिए ये काम करें किसान

rain-is-good-for-paddy-and-kharif-crops खूंटी : जिले में पिछले 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश (Khunti weather) ने जहां किसानों के चेहरे पर खुशी ला दी है, वहीं दूसरी ओर खूंटी समेत अन्य इलाकों में आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग रोजमर्रा के काम के लिए भी घर से नहीं निकल पा रहे हैं। हालांकि बूंदाबांदी से मौसम सुहावना हो गया। लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन बारिश ने शहर और गांवों की सूरत बिगाड़ दी है। तोरपा समेत पूरे खूंटी शहर की सभी सड़कों पर जलजमाव से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। लगातार हो रही बारिश (Khunti weather) के कारण लोग अपने घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। मजदूरी करने वाले और फुटपाथ पर दुकान और ठेला लगाने वालों की आजीविका प्रभावित हुई है। बारिश के कारण स्कूल-कॉलेज जाने वाले बच्चों और रोज कमाने-खाने वालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले सोमवार की रात से हो रही लगातार बारिश से निचले इलाकों में जलजमाव और सड़कों पर गड्ढे होने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश (Khunti weather) का असर दुकानदारों पर भी पड़ा है। दुकानदारों ने दुकान तो खोल रखी है, लेकिन ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं। तोरपा के कर्रा रोड में होटल चलाने वाले विकास कुमार और चिकन-चाउमिन की दुकान चलाने वाले प्रकाश कुमार का कहना है कि लगातार बारिश से कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है। यह भी पढ़ें-Ranchi-Patna Vande Bharat: ‘ऐसा लग रहा है जैसे फ्लाइट में बैठे हैं’, खुशी से झूमे यात्री

बारिश खरीफ की फसल के लिए फायदेमंद

खूंटी समेत अन्य इलाकों में लगातार हो रही बारिश (Khunti weather) खरीफ फसल के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है। कर्रा प्रखंड के प्रगतिशील किसान दिलीप शर्मा कहते हैं कि आर्द्रा नक्षत्र की शुरुआत में अच्छी बारिश हो रही है. यह खरीफ की फसल के लिए काफी फायदेमंद होगा और उम्मीद है कि इस बार धान और अन्य खरीफ फसलों का भरपूर उत्पादन होगा।

किसान शीघ्र बीज डालकर पौध तैयार करें: डॉ. राजन चौधरी

कृषि वैज्ञानिक भी आषाढ़ माह के अंतिम सप्ताह में हुई बारिश को काफी फायदेमंद मान रहे हैं। तोरपा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. राजन चौधरी का कहना है कि यह बारिश खरीफ फसलों के लिए काफी फायदेमंद है। डॉ चौधरी ने किसानों को खेतों में बीज बोकर बिचड़ा तैयार करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही करना चाहिए। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)