नई दिल्लीः कतर (Qatar) की अदालत ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को रिहा कर दिया है। इनमें से सात भारत लौट आए हैं। ये सभी कतर में सजा-ए-मौत की सजा काट रहे थे। इन पर जासूसी का आरोप था। यह जानकारी विदेश मंत्रालय (MEA) ने दी है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारत सरकार दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करने वाले आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है, जिन्हें कतर में हिरासत में लिया गया था। उनमें से आठ में से सात भारत लौट आए हैं। हम इन नागरिकों की रिहाई और घर वापसी को अंतिम रूप देने के कतर के अमीर के फैसले की सराहना करते हैं।
क्या था पूरा मामला
बता दें कि इससे पहले, कतर और भारत के बीच राजनयिक वार्ता के बाद जेल में बंद भारतीय नौसेना कर्मियों की मौत की सजा को कारावास में बदल दिया गया था। रिहा किये गये अंतिम कार्मिक को घर लाने की व्यवस्था की जा रही है। दरअसल कथित तौर पर जासूसी करने का आरोप लगने के बाद अक्टूबर 2022 में आठ भारतीय नागरिकों, पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को कतर में कैद कर लिया गया था। कतर की एक अदालत ने भारतीय नागरिकों को जासूसी का दोषी पाया और मौत की सजा सुनाई।
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कतर अमीर-पीएम मोदी की मुलाकात के बाद मिली राहत
दरअसल पिछले साल 1 दिसंबर को दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी के बीच एक अहम बैठक हुई थी। इस बैठक में पीएम मोदी ने पूर्व अधिकारियों का मुद्दा उठाया था। इस मुलाकात के बाद पूर्व नौसैनिकों की सजा कम कर दी गई थी। इसके अलावा पूर्व नौसैनिकों के मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी उनके परिजनों से मुलाकात की थी और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया था।
भारत के हस्तझेप के बाद मिली राहत
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अदालत का फैसला “बेहद चौंकाने वाला” था। उन्होंने कहा कि वे पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों के खिलाफ आरोप हटाने के लिए सभी कानूनी विकल्प तलाशेंगे। इस मामले में एक बड़ा बदलाव पिछले साल तब आया जब कतर की अदालत ने भारत सरकार के हस्तक्षेप के बाद भारतीय नागरिक की मौत की सजा को कारावास में बदल दिया। अब इन्हें रिहा कर दिया गया है।
कौन हैं ये आठ भारतीय नागरिक ?
बता दें की कतर की अदालत ने जिन 8 लोगों को मौत की सजा सुनाई थी वो भारतीय नौसेना के पूर्व अफसर हैं।
- कमांडर पूर्णेंदु तिवारी
- कमांडर सुगुणाकर पकाला
- कैप्टन नवतेज सिंह गिल
- नाविक रागेश गोपाकुमार
- कमांडर अमित नागपाल
- कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा
- कैप्टन सौरभ वशिष्ठ
- कमांडर संजीव गुप्ता
- पीएम मोदी को धन्यवाद दिया
भारत लौटे पूर्व नौसेना अधिकारियों में से एक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्तक्षेप के बिना उनकी रिहाई संभव नहीं होती। दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। सभी पूर्व अधिकारियों ने पीएम मोदी और कतर के अमीर का शुक्रिया भी अदा किया।
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