मुंबई: रत्नागिरी जिले में शुक्रवार को बारसू रिफाइनरी प्रोजेक्ट (Barsu Refinery Project) के विरुद्ध प्रदर्शन (protest) कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज (Police used batons on the protesters) कर दिया। बताया जा रहा है कि इस लाठीचार्ज में चार सौ से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गए, लेकिन प्रदर्शनकारी मौके पर ही डटे हुए हैं। इसी मामले में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने जा रहे शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के सांसद विनायक राऊत सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विनायक राउत को पुलिस राजापुर पुलिस स्टेशन में ले जाकर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर रही है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सरकार की भूमिका सभी को समझाकर प्रोजेक्ट लाने की है। उद्योग मंत्री खुद इस पर नजर रख रहे हैं। राज्य सरकार स्थानीय नागरिकों को समझाने का प्रयास करेगी और इन लोगों को इस प्रोजेक्ट से होने वाले फायदे के बारे में समझाने वाली है। इस प्रोजेक्ट का लाभ स्थानीय लोगों को ही होने वाला है। अब तक 70 फीसदी स्थानीय लोग इस प्रोजेक्ट के समर्थन में हैं। सीएम शिंदे ने कहा कि उन्होंने रत्नागिरी के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से बात की। उन दोनों ने बताया कि 15 मिनट तक स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी लेकिन अब नियंत्रण में है।
बाहरी लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रयास: संजय राउत
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के नेता संजय राऊत ने बताया कि कोंकण की जनता किसी भी प्रोजेक्ट के विरुद्ध नहीं है लेकिन यह प्रोजेक्ट कोंकण की जनता के फायदे के नाम पर विदेशी कंपनी से दलाली लेकर उन्हें नफा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है। साथ ही यहां पर किसानों की बहुत ज्यादा जमीन बाहरी लोगों ने खरीदी हैं। इनमें विभिन्न पार्टियों के नेता, सरकारी अधिकारी भी हैं। इस प्रोजेक्ट के नाम पर किसानों की बजाय बाहरी लोगों को लाभ पहुंचाने का प्रयास राज्य सरकार दलाली लेकर कर रही है। संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि कोंकण की जनता को पुलिस की लाठी से दबाया नहीं जा सकता है।
ये भी पढ़ें..UP Nikay Chunav 2023: क्या लोकसभा चुनाव के दंगल से पहले…
किसानों पर लाठी चार्ज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण: राजू शेट्टी
पूर्व सांसद और किसान नेता राजू शेट्टी ने कहा कि बारसू के किसानों पर लाठी चार्ज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की ओर से इस तरह की जबरन कार्रवाई को नहीं रोका गया तो महाराष्ट्र के सभी किसान रत्नागिरी पहुंचेंगे और बारसू के लोगों को मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि जब किसान किसी भी प्रोजेक्ट के लिए तैयार नहीं हैं तो उनकी जमीन क्यों छीनी जा रही है।
रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए हो रहा मिट्टी का सर्वेक्षण –
गौरतलब है कि रत्नागिरी जिले के बारसू में रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए मिट्टी का सर्वेक्षण जारी है। स्थानीय लोगों के विरोध को देखते हुए यहां बड़े पैमाने पर पुलिस बंदोबस्त किया गया है। आज यहां विरोध कर रहे स्थानीय लोग पुलिस बेरिकेट्स को तोड़कर सर्वेक्षण स्थल तक पहुंच गए। इसलिए पुलिस वालों को आंसू गैस छोड़ना पड़ा और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया गया। इस घटना में चार सौ से अधिक लोग घायल हो गए हैं। घायलों में अधिकांश महिलाएं हैं। समाचार लिखे जाने तक सभी प्रदर्शनकारी मौके पर ही मौजूद हैं। फिलहाल बारसू में स्थिति नियंत्रण में बताई गई है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)