राम मंदिर के लिए राष्ट्रपति ने दी 5,00,100 की चेक, शुरू हुआ निधि समर्पण अभियान

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नई दिल्ली: देश के प्रथम नागरिक के समर्पण निधि के साथ ही श्रीराम जन्मभूमि निधि समर्पण अभियान का शुक्रवार से विधिवत शुभारंभ हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राम मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख एक सौ रुपये की समर्पण राशि का चेक श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि को सौंपा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केंद्रीय कार्याध्यक्ष अलोक कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वाह्न 11.15 बजे राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में राममंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, दिल्ली के प्रांत संघचालक कुलभूषण आहूजा भी शामिल थे। इसी के साथ अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर निर्माण के निमित्त देशभर के राम भक्तों का सहयोग लेने के लिए शुक्रवार (15 जनवरी) से निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ हो गया।

राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राष्ट्रपति भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण समस्त समाज के समर्पण से होगा। इस अभियान के माध्यम से समाज में रामत्व का जागरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबल, संगठित और समरस समाज ही रामत्व है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक 15 जनवरी से शुरू होकर माघ पूर्णिमा (27 फरवरी) तक चलने वाले इस अभियान के दौरान विहिप और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लाखों कार्यकर्ता देशभर के 11 करोड़ परिवारों से संपर्क करेंगे। निधि समर्पण अभियान में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ट्रस्ट ने 10 रुपये, 100 रुपए और 1000 रुपये के कूपन जारी किये हैं।

उन्होंने बताया कि एक हजार से अधिक की राशि रसीद के माध्यम से स्वीकार की जाएगी, जबकि 20 हजार से अधिक की राशि अकाउंट पेई चेक या ऑनलाइन ट्रांसफर द्वारा स्वीकार की जाएगी। कूपन और रसीद पर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि के हस्ताक्षर हैं। इसमें भगवान राम की एक हाथ में धनुष लिये और दूसरे हाथ से आशीर्वाद देती आदमकद तस्वीर, राम मंदिर का मॉडल एवं ट्रस्ट का लोगो भी छपा है। इस अभियान के माध्यम से करोड़ों रामभक्तों का डाटा भी तैयार किया जाएगा। रसीद और कूपन देने के साथ समर्पणकर्ता का नाम, पता एवं मोबाइल नंबर संग्रहित किया जाएगा।

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उल्लेखनीय है कि सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद शामिल हुए थे। 11 मई, 1951 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद की उपस्थिति में मंदिर में ज्योतिर्लिंग स्थापित किया गया था।