Wednesday, November 27, 2024
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Pran Pratishtha: राममय हुई अयोध्या, उल्लास में राम भक्त, देखें पूरे कार्यक्रम का शेड्यूल

Pran Pratishtha, अयोध्याः प्रभू की कृपा से सब कुछ संभव है…अर्थात जब भगवान की कृपा होती है तो सभी काम हो जाते हैं। हिंदू समाज की पांच साल की तपस्या के बाद आखिरकार भगवान श्री रामलला सोमवार को अपने नए, भव्य और दिव्य महल में विराजमान होने जा रहे हैं। 22 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी, संत समाज और अति विशिष्ट लोगों की मौजूदगी में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान पूरा होने जा रहा है।

हजारों क्विंटल फूलों से अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। अवधपुरी में उत्सव का माहौल है। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या धाम समेत देशभर के मंदिरों में राम संकीर्तन और राम चरित मानस का पाठ किया जा रहा है। फूलों से सजी अयोध्या में जन्मभूमि पथ से लेकर राम पथ, भक्ति पथ और धर्म पथ तक अलौकिक आभा दिखाई दे रही है। सांस्कृतिक नृत्य और संगीत के माध्यम से राज्य के साथ-साथ पूरे देश की परंपराएं और कलाएं विभिन्न स्थानों पर एक साथ आ रही हैं।

हर तरफ भगवान राम के भजन सुनाई दे रहे हैं। सोमवार शाम को भव्य दीपोत्सव की तैयारी है। ऐसा लगता है मानों सारा स्वर्ग रघुनंदन के स्वागत के लिए धरती पर उतर आया हो। जनवरी में ही दिवाली मनाई जा रही है। शबरी, केवट, शोषितों और वंचितों के श्री राम आ रहे हैं और वह पीढ़ी धन्य हो रही है, जिसे इस ऐतिहासिक क्षण की साक्षी बनने का सौभाग्य मिल रहा है।

अवध में जमकर जश्न जा रहा मनाया

प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम मंदिर परिसर समेत पूरे अयोध्या धाम को फूलों से सजाया गया है। जन्मभूमि स्थान को विभिन्न प्रकार के देशी-विदेशी फूलों से सजाया गया है, वहीं जन्मभूमि पथ, राम पथ, धर्म पथ और लता चौक को भी खूबसूरत फूलों से सजाया गया है। विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाए गए हैं। विभिन्न धर्मगुरुओं द्वारा अलग-अलग स्थानों पर राम कथा का आयोजन किया जा रहा है और विभिन्न देशों की रामलीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है। लता चौक पर लगी वीणा को भी लाइटिंग और फूलों के अद्भुत संयोजन से रोशन किया गया है। पूरे अयोध्या धाम में भगवान श्री राम की जीवनी से संबंधित विभिन्न अध्यायों को भित्ति चित्रों और दीवार चित्रों के माध्यम से चित्रित किया गया है।

सरयू आरती के साथ ही लेजर शो समेत सांस्कृतिक कार्यक्रम राम की पैड़ी में धार्मिक भावना जागृत कर रहे हैं। अयोध्या धाम में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां फूलों या एलईडी लाइटिंग से रोशनी न की गई हो। इतना ही नहीं, अयोध्या की ओर जाने वाले विभिन्न राजमार्गों को भी फूलों और रोशनी से सजाया गया है। कुल मिलाकर अयोध्या स्वर्ग जैसी अनुभूति कराती है। इसके साथ ही सूर्यास्त के बाद अयोध्या में दस लाख दीपों के साथ दीपोत्सव की भी तैयारी की गई है। पूरे देश और दुनिया में दीपोत्सव मनाया जाएगा। पीएम मोदी और सीएम योगी ने देशवासियों से सूर्यास्त के बाद 5 दीपक जलाने का आग्रह किया है।

12 बजे के बाद प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा शुरू

भगवान श्री रामलला के अभिषेक का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में आयोजित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक मौके पर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सीएम योगी एक दिन पहले ही अयोध्या धाम पहुंच गए हैं। वहीं पीएम मोदी सुबह 10.25 बजे अयोध्या धाम के महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेंगे। 10.45 बजे वह अयोध्या हेलीपैड पर पहुंचेंगे। यहां से वे सीधे राम जन्मभूमि स्थल पहुंचेंगे। इसके बाद वह सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जबकि दोपहर 12.05 बजे से 12.55 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा।

दोपहर 1 बजे कार्यक्रम खत्म होने के बाद वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे, जहां वह अन्य खास मेहमानों के साथ पूरे देश और दुनिया को संबोधित करेंगे। सीएम योगी यहां अपना संबोधन भी देंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सीएम योगी ने दिन-रात मेहनत की है। वह लगातार जायजा ले रहे हैं और तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। कार्यक्रम से पहले वह पिछले 13 दिनों में चार बार अयोध्या धाम का दौरा कर चुके हैं।

काशी के आचार्य कराएंगे प्राण प्रतिष्ठा

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इसमें 121 आचार्य होंगे जो समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करेंगे। वाराणसी के गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और मार्गदर्शन करेंगे और काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे। इसके अलावा प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। अभिषेक की प्रक्रिया 16 जनवरी से शुरू हो चुकी है।

16 जनवरी को जहां तपस्या और कर्मकुटी पूजा की गई, वहीं 17 जनवरी को मूर्ति का परिसर में प्रवेश हुआ। 18 जनवरी को तीर्थ पूजा, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास के साथ, श्री राम लाला की मूर्ति यथास्थान स्थापित कर दी गयी। 19 जनवरी को औषधिधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, 19 जनवरी को धान्यधिवास, 20 जनवरी को सुगरधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास और 21 जनवरी को मध्याधिवास और शयाधिवास का आयोजन किया गया।

विभिन्न प्रतिष्ठान होंगे शामिल

प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर 8 हजार से ज्यादा लोगों को आमंत्रित किया गया है। इसमें साधु-संतों समेत विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित लोगों को आमंत्रित किया गया है। इनमें से कई लोग देर रात तक अयोध्या धाम पहुंच चुके हैं, जबकि बाकी लोग भी 22 तारीख को सुबह-सुबह पहुंचने वाले हैं। इसके अलावा भारतीय अध्यात्म के सभी विद्यालयों के आचार्य, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपराएं, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तत्ववासी, द्वीप आदिवासी परंपराओं के प्रमुख कार्यक्रम में महंत, नागा आदि लोग मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही भारत के इतिहास में पहली बार पहाड़ों, जंगलों, तटीय क्षेत्रों, द्वीपों आदि के निवासी एक ही स्थान पर इस तरह के समारोह में भाग ले रहे हैं।

कार्यक्रम में कई परंपराओं को मिलेगी जगह

प्राण प्रतिष्ठा में विभिन्न परंपराओं के लोगों को भी जगह दी गई है। शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पत्य, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, निम्बार्क, माधव, विष्णु नामी, रामसनेही, घीसापंथ, गरीबदासी, गौड़ीय, कबीरपंथी, वाल्मिकी, शंकरदेव (असम), माधव देव, इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, गायत्री परिवार, अनुकूल चंद्र ठाकुर परंपरा, ओडिशा के महिमा समाज, अकाली, निरंकारी, नामधारी (पंजाब), राधास्वामी और स्वामीनारायण, वारकरी, वीर शैव आदि कई प्रतिष्ठित परंपराएं भाग लेंगी। इस में। गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सभी साक्षी महानुभावों को दर्शन कराये जायेंगे।

थल, नभ और जल से अभेद्य हो गयी रामनगरी

श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। धाम की सुरक्षा को लेकर इसे रेड और येलो दो जोन में बांटा गया है। एसपीजी, एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ कोबरा, सीआईएसएफ, आरएएफ, एनडीआरएफ को तैनात किया गया है। चप्पे-चप्पे पर यूपी पुलिस के सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हैं। छतों और महत्वपूर्ण स्थानों पर भी स्नाइपर तैनात किए गए हैं। इसके अलावा इंटेलिजेंस ब्यूरो और रॉ भी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।

राज्य के विभिन्न जिलों से 100 से अधिक डीएसपी, लगभग 325 इंस्पेक्टर और 800 सब-इंस्पेक्टर को धाम में तैनात किया गया है, जबकि पुलिस और अर्धसैनिक बलों के 11,000 जवानों को अतिरिक्त रूप से तैनात किया गया है। वीआईपी सुरक्षा में तीन डीआइजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर समेत एक हजार से अधिक सिपाही और चार कंपनी पीएसी तैनात की गई है। श्रद्धालुओं को पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के लिए 250 पुलिस गाइड भी उपलब्ध हैं। योगी सरकार धाम की सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए आईटीएमएस, सीसीटीवी, कंट्रोल रूम और सार्वजनिक सीसीटीवी की भी मदद ले रही है। एआई तकनीक पर आधारित एंटी ड्रोन सिस्टम पूरी तरह एक्टिव मोड पर है।

51 स्थानों पर 23 हजार वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था

योगी सरकार ने आने वाले अतिथियों के वाहनों की पार्किंग की भी पुख्ता व्यवस्था की है। पार्किंग के लिए 51 स्थान चिन्हित किये गये हैं। इन पार्किंग स्थलों में करीब 23 हजार वाहन खड़े किए जा सकेंगे। इतना ही नहीं, पार्किंग स्थलों को गूगल मैप पर अपलोड कर दिया गया है, ताकि किसी को पार्किंग के लिए भटकना न पड़े। वीवीआईपी, वीआईपी और अन्य मेहमानों के लिए पार्किंग स्थान भी आरक्षित किए गए हैं। इन पार्किंग स्थलों को वायरलेस और पीए सिस्टम से सुसज्जित किया गया है।

आपातकालीन स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध

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प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी कमर कस ली है। सीएमओ डॉ. संजय जैन ने बताया कि विभाग ने आयोजन क्षेत्र में सोलह स्थानों पर श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोग से प्राथमिक चिकित्सा इकाइयां गठित की हैं। इस यूनिट में एक डॉक्टर, एक फार्मासिस्ट और एक वार्ड ब्वॉय की मौजूदगी रहेगी। इनके अलावा दो अस्पताल भी बनाए गए हैं, जिनकी क्षमता 10 और 20 बेड की होगी। इसके अलावा 40 एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। मेडिकल कॉलेज, श्री राम अस्पताल अयोध्या, जिला अस्पताल अयोध्या, महिला जिला अस्पताल और कुमारगंज अस्पताल में आपातकालीन स्थितियों के लिए 190 बेड आरक्षित किए गए हैं।

वीआईपी मूवमेंट के लिए किए गए इंतजाम

प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए अयोध्या-लखनऊ, अयोध्या-गोरखपुर, अयोध्या-प्रयागराज और अयोध्या-वाराणसी हाईवे को ग्रीन कॉरिडोर में तब्दील कर दिया गया है। अपने हेलीकॉप्टर और प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से आने वाले वीवीआईपी के लिए महर्षि वाल्मिकी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अयोध्या धाम के साथ ही 5 राज्यों के 12 शहरों के एयरपोर्ट पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। प्राण प्रतिष्ठा में क्रिकेट जगत, फिल्म जगत, संत समाज, राजनीति, कला, साहित्य-संस्कृति समेत अन्य क्षेत्रों से अति विशिष्ट अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।

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इन मेहमानों का आगमन अयोध्या धाम में शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 22 जनवरी को छुट्टी की घोषणा की है, जबकि केंद्र सरकार ने दोपहर 2.30 बजे तक आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है। वहीं, यूपी और केंद्र सरकार की तर्ज पर कई अन्य राज्यों और प्रतिष्ठानों ने भी पहल की है और हो की घोषणा की है।

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