PM Security Lapse In Jharkhand: रांची में पीएम की सुरक्षा में चूक के मामले में जहां तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं एसपीजी ने इस मामले में रांची पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। दरअसल, बुधवार को जब पीएम मोदी का काफिला झारखंड के राजभवन से निकलकर बिरसा मेमोरियल म्यूजियम जा रहा था, तभी रेडियम रोड पर एक महिला दौड़कर पीएम की लैंड क्रूजर कार के ठीक सामने आ गई। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर पीएम की कार को रोकना पड़ा। अब इस मामले में पुलिस इंस्पेक्टर विनोद कुमार पासवान के बयान पर महिला संगीता झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
पति से परेशान थी महिला
इस घटना को पीएम की सुरक्षा में गंभीर चूक माना गया है। प्राथमिकी में कहा गया है कि संगीता झा द्वारा किया गया कृत्य गंभीर अपराध की श्रेणी में है। रांची कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर (कांड संख्या 385/23) में महिला के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 283, 353,186 लगाई गई है। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सब इंस्पेक्टर रैंक की अधिकारी लक्ष्मी टुडू को दी गई है। महिला ने पूछताछ में बताया कि वह अपने पति से परेशान थी। वह इसकी शिकायत पीएम से करना चाहती थी। यह भी बताया गया है कि उन्होंने इस शिकायत को लेकर दिल्ली जाकर पीएम से मिलने की भी कोशिश की है। महिला का पति पुलिस विभाग में है। इस मामले में मौके पर तैनात तीन पुलिसकर्मियों को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
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बाबूलाल मरांडी ने ठहराया सरकार को जिम्मेदार
दूसरी ओर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता अमर बाउरी ने पीएम की सुरक्षा में चूक के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। मरांडी ने लिखा, हां, इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि जो राज्य अपने प्रधानमंत्री को उचित सुरक्षा नहीं दे सकता, वह आम आदमी को क्या सुरक्षा देगा?
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