PM Modi Guyana Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुयाना के दौरे पर है। इस अवसर गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया। पीएम नरेंद्र मोदी गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित होने वाले चौथे विदेशी नेता हैं।
PM Modi Guyana Visit: गुयाना के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा, “भारत के लिए एक और उपलब्धि! गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली ने पीएम नरेंद्र मोदी को वैश्विक समुदाय के लिए उनकी असाधारण सेवा, राजनेता और भारत-गुयाना संबंधों को गहरा करने में योगदान के लिए देश के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया।”
इस अवसर पर राष्ट्रपति इरफान ने कहा कि प्रौद्योगिकी, नवाचार और डिजिटलीकरण का उपयोग देशों के बीच दूरी बढ़ाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इन प्रगति का उपयोग दूरी और गरीबी को कम करने और दुनिया को एक साथ लाने के लिए किया जाना चाहिए।
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पीएम मोदी बोले- ये सम्मान 140 करोड़ लोगों का सम्मान है
पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ सम्मान के लिए गुयाना के राष्ट्रपति को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली को गुयाना के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से मुझे सम्मानित करने के लिए तहे दिल से धन्यवाद देता हूं। यह सम्मान सिर्फ मेरा ही नहीं, बल्कि भारत के 140 करोड़ लोगों का भी सम्मान है।”
पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति इरफान अली ने इन संबंधों को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर पहुंचाने में बहुत योगदान दिया। आज की चर्चा में मैंने भारत के लोगों के प्रति उनके स्नेह और सम्मान को महसूस किया। भारत भी हर क्षेत्र में गुयाना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने के लिए तैयार है। दो लोकतंत्रों के रूप में हमारा सहयोग न केवल द्विपक्षीय संबंधों के लिए बल्कि पूरे ग्लोबल साउथ के लिए महत्वपूर्ण है।
PM Modi Guyana Visit: भारत-गुयाना के बीच कई समानताएं
उन्होंने कहा, “अनेक नदियों, झरनों और झीलों से समृद्ध गुयाना को ‘अनेक जलों की भूमि’ कहा जाता है। जिस तरह गुयाना की नदियां यहां के लोगों की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा हैं, उसी तरह भारत की महान नदियां जैसे गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र हमारी प्राचीन सभ्यता की जन्मस्थली रही हैं। भारत और गुयाना के बीच समानताओं के कई उदाहरण हैं जो हमारे ऐतिहासिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाते हैं।”