Parliament Special Session: महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश हो चुका है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश किया। महिला आरक्षण बिल पर सभी पार्टियां एक साथ नजर आ रही हैं। ऐसे में इस बिल के दोनों सदनों से आसानी से पारित होने की उम्मीद है।
इस बिल के कानून बनने के बाद लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हो जाएंगी। वहीं नई संसद भवन में अपने पहले संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए महिला आरक्षण को ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ नाम दिया है। अपने संबोधन में कहा- महिलाओं को अधिकार देने का उनकी शक्ति को आकार देने का काम करने के लिए भगवान ने मुझे ही चुना है।
पुराने संसद भवन का नाम ‘संविधान सदन’ रखने का दिया सुझाव
इसके अलावा पीएम मोदी ने मंगलवार को सुझाव दिया कि जिस दिन सभी विधायी कार्य नए संसद भवन में स्थानांतरित किए जाएंगे, उस दिन पुराने संसद भवन (Parliament Special Session) को “संविधान सदन” के नाम से जाना जाना चाहिए। संसद के 75 साल पूरे होने के मौके पर सेंट्रल हॉल में एक समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, मेरे पास एक सुझाव है। अब जब हम नई संसद में जा रहे हैं तो पुराने भवन की गरिमा कभी कम नहीं होनी चाहिए। इसे छोड़ा नहीं जाना चाहिए। इसलिए मेरा आग्रह है कि यदि आप सहमत हैं तो इसे ‘संविधान भवन’ के नाम से जाना जाना चाहिए।
अपने 40 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, 1947 में अंग्रेजों ने यहां सत्ता हस्तांतरित की, हमारा सेंट्रल हॉल उस ऐतिहासिक क्षण का गवाह है। प्रधानमंत्री मोदी ने पुराने संसद भवन में पारित कई महत्वपूर्ण कानूनों को याद करते हुए कहा कि यहीं पर ‘तीन तलाक’ के खिलाफ एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन, शाह बानो मामले के कारण हुई देरी और आखिरकार लंबे इंतजार के बाद हमारी मुस्लिम माताओं और बहनों को न्याय मिला क्योंकि इस संसद का, जब कानून बना।
मोदी ने कहा, अब तक लोकसभा और राज्यसभा ने 4,000 से ज्यादा कानून पारित किये हैं। आवश्यकता पड़ने पर विधेयक को पारित करने की रणनीति बनाने के लिए संयुक्त सत्र आयोजित किए गए। यह संसद ही थी जिसने हमें अपनी गलतियां सुधारने की इजाजत दी और हमने तीन तलाक के खिलाफ कानून पारित किया। उन्होंने कहा, हमारे लिए छोटी-छोटी बातों में उलझने का समय खत्म हो गया है। सबसे पहले हमें आत्मनिर्भर भारत बनने का लक्ष्य हासिल करना है। ये समय की मांग है, ये हर किसी का कर्तव्य है। इसमें पार्टियां शामिल नहीं हैं। देश के लिए सिर्फ दिल चाहिए।
पवित्र काम के लिए ईश्वर ने मुझे चुना
नए संसद भवन में अपने पहले संबोधन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने महिला आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए कहा कि भगवान ने इस पवित्र काम के लिए मुझे चुना। पीएम मोदी ने सभी सांसदों से महिला आरक्षण बिल को पास कराने में समर्थन की अपील की। पीएम ने कहा कि ये बिल नारी शक्ति के लिए नया द्वार खोलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी के कार्यकाल में कई बार महिला आरक्षण बिल लाया गया। लेकिन हम इसे पार करने के लिए डेटा नहीं जुटा सके और इस वजह से सपना अधूरा रह गया। भगवान ने मुझे महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी शक्ति को आकार देने का काम करने के लिए चुना है। पीएम मोदी ने महिला आरक्षण को ‘नारी शक्ति वंदन कानून’ का नाम दिया है।
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