किसी बड़ी साजिश का हिस्सा तो नहीं संसद कांड ?, साथियों के सारे सबूत मिटाकर मास्टरमाइंड ने किया सरेंडर

30

Parliament-Security-Breach-Lalit-Jha

Parliament Security Breach, नई दिल्लीः संसद की सुरक्षा में चूक के मामले में अब सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पांचवें आरोपी व मास्टरमाइंड ललित झा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। ललित झा दिल्ली के कर्तव्य पथ थाने में सरेंडर करने पहुंचा था। इसके अलावा दो अन्य आरोपि को भी गिरफ्तार किया गया। जिनकी पहचान महेश कैलाश के रुप में हुई है।

इससे पहले गिरफ्तार किए गए चारों आरोपी कोर्ट में पेश किया गया। जिन्हें सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस जांच में जो खुलासे हुए हैं वो चौंकाने वाले हैं। संसद कांड की साजिश करीब डेढ़ साल से रची जा रही थी।

बता दें कि संसद कांड के दो दिन से ज्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन अभी तक इस केस की पूरी गुत्थी सुलझ नहीं पाई है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है नई-नई खुलासे हो रहें हैं। सूत्रों ने बताया कि संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पांचवें आरोपी और मास्टरमाइंड ललित झा ने राजस्थान के कुचामन भागने के बाद अपने दोस्त महेश के साथ अपने सभी सहयोगियों के मोबाइल फोन जला दिए हैं।

मास्टरमाइंड ललित झा से पूछताछ के बाद होगा खुलासा

मिली जानकारी के मुताबिक मास्टरमाइंड ललित उस वक्त संसद के बाहर मौजूद था और घटना का वीडियो बना रहा था। उसका स्क्रीन शॉट भी सामने आया है, जिसमें वह किसी को वीडियो भेजकर जानकारी साझा कर रहा है। ललित झा ने ही कलर अटैक का वीडियो शूट कर सोशल मीडिया पर अपलोड किया था। घटना को अंजाम देने से पहले ललित ने चारों आरोपियों के फोन अपने पास रख लिए थे।

ये भी पढ़ें..संसद की सुरक्षा में सेंध: आरोपी नीलम के समर्थन में उतरा संयुक्त किसान मोर्चा

फिर घटना के बाद सभी के मोबाइल लेकर भाग गया। वहीं सरेंडर करने से पहले साथियों के चारों मोबाइल फोन जला दिए थे। उधर इस घटना के पीछे बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इसका खुलासा तो ललित झा से पूछताछ के बाद होगा। सूत्रों की मानें तो ललित झा के कहने पर 13 दिसंबर की तारीख तय की गयी थी। फिलहाल घटना की आगे की जांच के लिए उन्हें विशेष शाखा को सौंप दिया गया।

संसद के बाहर क्राइम सीन रीक्रिएट करने की भी संभावना

सूत्र ने यह भी कहा कि स्पेशल सेल यह समझने के लिए संसद के बाहर संसद के बाहर क्राइम सीन रीक्रिएट करने की भी संभावना है कि वे धुएं के डिब्बे के साथ लोकसभा के अंदर कैसे पहुंचने में कामयाब रहे। दिल्ली की एक अदालत ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में गिरफ्तार चार आरोपियों को गुरुवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उनके और पश्चिम बंगाल के निवासी और बिहार के मूल निवासी ललित झा के खिलाफ पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 120-बी, 452, 153, 186 और 353 के साथ-साथ धारा 16 और 18 भी शामिल हैं।

अदालती कार्यवाही के दौरान अभियोजन पक्ष ने गिरफ्तार किए गए लोगों को आतंकवादी करार दिया और दावा किया कि उन्होंने डर पैदा करने के इरादे से संसद पर सुनियोजित हमला किया था। पुलिस ने अदालत को सूचित किया कि उन्होंने आरोपियों के खिलाफ आरोपों में यूएपीए अधिनियम की धारा 16 (आतंकवाद) और 18 (आतंकवाद की साजिश) शामिल की है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)