नई दिल्लीः टोक्यो 2020 पैरालंपिक में पैरा-शूटर अवनि लेखरा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक नहीं बल्कि दो मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया था। इस बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार मेजर ध्यान सिंह खेल रत्न पुरस्कार के लिए चुना गया था। हालांकि, अवनि को बचपन से ही इस बात का एहसास था और हमेशा वह महसूस करती थी कि हर जगह व्हीलचेयर पर यात्रा करना कभी आसान नहीं होगा।
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दूसरी तरफ, टोक्यो 2020 पैरा खेलों में भारत की एक और चैंपियन एथलीट भावना पटेल ने टेबल टेनिस में रजत पदक जीता था। उन्हें इस साल प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया। अवनी के साथ भावना ने अपने दर्द और समस्याओं को साझा किया है, क्योंकि वह भी व्हीलचेयर से ही यात्रा करती हैं। स्वयं, जो एक ट्रस्ट है वह दिव्यांगों को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित करती है। उन्होंने चैंपियन पैरा-एथलीटों की मदद की और उन्हें शनिवार को राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन तक ले जाने के लिए विशेष वाहन का प्रबंध किया। स्वयं ने विशेष वाहनों को खिलाड़ियों और व्हीलचेयर्स को सीधे वाहन के अंदर ले जाने में सक्षम बनाया था, जिससे वे सीधे राष्ट्रपति भवन पहुंच सकीं। इन खिलाड़ियों को यात्रा करते समय कोई परेशानी न हो इसलिए उन्होंने ऐसा विशेष वाहन बनाया।
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