कानपुर: पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच के सामने ठगों की सारी तरकीबें नाकाम साबित हो रही हैं। इसके तहत क्राइम ब्रांच ने 29 सितंबर को चकेरी निवासी पवन कुमार के साथ हुई साइबर धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया और उनकी पूरी 96 हजार रुपये की रकम रिफंड कराने में सफलता हासिल की। यह जानकारी पुलिस उपायुक्त अपराध सलमान ताज पाटिल ने रविवार को दी।
उन्होंने बताया कि चकेरी के शिवकटरा मोहल्ले का रहने वाले पवन कुमार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करते हैं। 29 सितंबर को उनके फोन पर क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने को लेकर कॉल आई। उसी कॉल के जरिये साइबर अपराधी ने कोड की जानकारी ले ली और उनके खाते से 96 हजार रुपये निकाल लिये। जैसे ही यह जानकारी पवन को मिली तो वह तुरंत कमिश्नरेट पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल में पहुंचा और मामले की शिकायत की। अज्ञात नंबर से क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने संबंधी कॉल पर अपनी निजी जानकारी देते समय उनसे 48 हजार रुपये की ठगी हो गई। कुल 96,000 रुपये काटे गए।
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पुलिस ने कही ये बात
क्राइम ब्रांच ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित व्यापारी राजारपे और आरोही प्राइम सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को ईमेल किया और धोखाधड़ी के पैसे को होल्ड पर रख दिया। इसके बाद व्यापारी से पत्राचार कर आवेदक की पूरी रकम लौटा दी गई। क्राइम ब्रांच ने जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान नंबर से आए लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई ऐप डाउनलोड करें। अपने बैंक खाते का विवरण किसी के साथ साझा न करें। अगर कभी गलती से ऐसा हो जाए तो तुरंत क्राइम ब्रांच को सूचित करें।
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