कोलकाताः पश्चिम बंगाल के अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय पुस्तकालय में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने युवा पीढ़ी को इतिहास से सबक लेकर शहीदों के नक्शे कदम पर चलने का आह्वान करते हुए कहा कि जो नई पीढ़ी शहीदों का दिल से सम्मान करती है वही देश का भविष्य बदल सकती है। इस दौरान गृहमंत्री ने नेशनल लाइब्रेरी में शहीदों को समर्पित एक गैलरी का अनावरण भी किया। इसमें मूलरूप से पश्चिम बंगाल के शहीदों की तस्वीरें लगाई गई हैं जिनमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस, रासबिहारी बोस, मास्टर दा सूर्य सेन आदि प्रमुख हैं।
गृहमंत्री शाह ने कहा, “सुभाष बाबू को देश की जनता इतने वर्ष के बाद भी इतने ही प्यार और सम्मान से याद करती है। बहुत प्रयास किए गए कि सुभाष बाबू को भुला दिया जाए, परंतु उनका कर्तव्य, देशभक्ति और उनका सर्वोच्च बलिदान शायद कोई कितना भी प्रयास करे, पीढ़ियों तक भारतवासियों के जहन में जस का तस रहने वाला है।”
नेताजी सुभाष चंद्र बोस को समर्पित केंद्र सरकार की पहल का जिक्र करते हुए शाह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस के 125वें जयंती वर्ष को न केवल सुभाष जी बल्कि देश को आजादी दिलाने के लिए जिन-जिन लोगों ने अपना बलिदान दिया है उन सभी को एक बार फिर जनमानस के अंदर जीवित करना और उनसे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना है। जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया, उनका स्मरण करके हम बाकी का जीवन देश के लिए जीना तय कर दें तो यह उनके लिए बड़ी श्रद्धांजलि होगी।
यह भी पढ़ें-पूर्व मंत्री आरके चौधरी ने फिर थामा सपा का दामन, कई अन्य नेताओं ने भी ग्रहण की सदस्यता
गृहमंत्री शाह ने कहा कि देश का भविष्य वही युवा पीढ़ी बना सकती है, जो देश के इतिहास को समझती है। देश का भविष्य वही युवा पीढ़ी बना सकती है, जो शहीदों के प्रति दिल में सम्मान रखती है। मैं इतना ही कहना चाहता हूं कि सुभाष बाबू की 125वीं जयंती के कार्यक्रम एक वर्ष तक चलेंगे। देश के युवा इन कार्यक्रमों की श्रृंखला के साथ जुड़ें। ये कार्यक्रम देशभर में चलेंगे।