शाजापुरः कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीज को समय पर एंबुलेंस सुविधा नहीं मिलने पर मध्य प्रदेश के मंत्री इंदर सिंह परमार ने जनसमर्पित जननायक की भूमिका निभाते हुए अपने निजी वाहन से मरीज को उपचार के लिए देवास अस्पताल के लिए रेफर किया। संकटकाल में मंत्री परमार की यह सेवा भावना लोगों के लिए प्रेरणा बन रही है।
इन दिनों एक तरफ बढ़ते कोरोना संक्रमण ओर दूसरी तरफ सीमित स्वास्थ्य संसाधनों ने प्रदेश में हालात चिंताजनक बना दिए हैं जिसके चलते मरीजों को उपचार संबंधी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में शासन और प्रशासन भले ही अपने स्तर पर इस आपदा से निपटने के हरसंभव प्रयास कर रहे हैं फिर भी मरीजों की बढ़ती संख्या राहत कार्यों के लिए बड़ी चुनौती पैदा कर रही है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को प्रकाश में आया, जिसमें शुजालपुर में स्थापित किए गए “अपनों के लिए अपना कोविड केयर सेंटर” में कोरोना संक्रमित मरीज रामस्वरूप परमार का उपचार हो रहा था। यहां से मरीज को देवास के अमलतास अस्पताल रेफर किया जाना था, लेकिन उस समय एंबुलेंस दूसरे मरीजों को लेकर गई हुई थी।
यह भी पढ़ेंः-शपथ ग्रहण के तुरंत बाद ममता पर बरसे धनखड़, हिंसा को बताया ‘राज्य प्रायोजित आतंकवाद’
इस बारे में जानकारी मिलते ही प्रदेश के मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक इन्दरसिंह परमार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अपनी सेवा भावना के अनुरूप बिना देर किए तत्काल अपने निजी वाहन से मरीज को देवास के लिए रैफर करवा दिया। जिससे समय पर उन्हें उचित उपचार सुविधा मिलना शुरू हो गई। जनता के प्रति जननायक परमार द्वारा दिखाए गए समर्पण की जहां लोग सोशल मीडिया के माध्यम से सराहना कर रहे हैं वहीं उनकी सेवा भावना दूसरे जनप्रतिनिधियों के लिए भी अनुकरणीय प्रेरणा साबित हो रही है।