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कौन हैं Nupur Sharma जिन्होंने पैगंबर मुहम्मद पर की थी टिप्पणी

Nupur Sharma : बीजेपी की निलंबित नेता और पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा ने पिछले साल एक टीवी डिबेट शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद भारत समेत दुनिया के कई इस्लामिक देशों में उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं। इसके बाद नूपुर सार्वजनिक जीवन से दूर हो गईं। पार्टी द्वारा लिए गए एक्शन के बाद से उन्हेंने अपनी सक्रियता को कम कर दिया है। बता दें कि वे एक भारतीय राजनीतिज्ञ होने के साथ ही साथ एक वकील भी हैं। उन्हें भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया था, उन्होंने तेजतर्रार और मुखर व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बनाई। नूपुर ने अक्सर आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में भारतीय टेलीविजन बहसों में भाजपा का प्रतिनिधित्व किया। जून 2022 में, इस्लामिक पैगंबर मुहम्मद और उनकी तीसरी पत्नी आयशा की उम्र के संबंध में आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

लंदन से की लॉ की पढ़ाई

नूपुर शर्मा सिविल सेवकों और व्यापारियों के परिवार से आती हैं। उनकी मां देहरादून से हैं। उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, मथुरा रोड से पढ़ाई की इसके बाद हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में कला स्नातक (BA) के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की पढ़ाई पूरी की। एक छात्रा के रूप में वह संघ परिवार की छात्र शाखा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (AVBP) में शामिल हो गईं और 2008 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का अध्यक्ष पद जीता। इसके बाद लंदन विश्वविद्यालय के लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से मास्टर ऑफ लॉ की डिग्री प्राप्त करने के बाद नूपुर वकील बन गईं।

अरविंद केजरीवाल के खिलाफ लड़ा चुनाव

nupur-sharma-full-biography लंदन से लौटने के बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली, बीजेपी की कार्यकर्ता बनने के बाद नूपुर दिल्ली बीजेपी की कार्यसमिति सदस्य बनीं। इसके बाद अरविंद प्रधान, अरुण जेटली और अमित शाह जैसे राजनीति के धुरंधरों से राजनीति के दांव-पेंच सीखे। 2015 में हुए चुनावों में उन्हें अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया गया। जिसमें उन्हें 31 हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्हें मनोज तिवारी के नेतृत्व में भाजपा की दिल्ली इकाई का आधिकारिक प्रवक्ता नियुक्त किया गया। फिर 2020 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्त घोषित किया गया। बता दें कि जब नूपुर दिल्ली इकाई का हिस्सा थीं, तब भी उन्हें उनके कानूनी कौशल, राष्ट्रीय मुद्दों की अच्छी जानकारी और द्विभाषी कौशल के कारण अक्सर राष्ट्रीय मुद्दों पर टीवी बहस के लिए भेजा जाता था। टेलीविज़न बहसों में नियमित उपस्थिति के साथ उन्हें युवा, ऊर्जावान और मुखर वक्ता के रूप में देखा जाता था। उन्हें विरोध करने वाले पैनलिस्टों पर कई अपमानजनक टिप्पणियां करते हुए रिकॉर्ड किया गया, जिससे ट्विटर पर आक्रोश फैल गया। 2017 में, 2002 के गुजरात दंगों की एक तस्वीर साझा करने और कथित तौर पर इसे पश्चिम बंगाल में हिंसा को दर्शाने वाली तस्वीर के रूप में प्रसारित करने के लिए कोलकाता पुलिस द्वारा उन पर मामला दर्ज किया गया था।

पैगंबर मुहम्मद के बारे टिप्पणी करने पर घिरीं

साल 2022 में मई महीने में नूपुर शर्मा ने टाइम्स नाउ टेलीविजन चैनल पर ज्ञानवापी परिसर के विवाद में हुई एक डिबेट में हिस्सा लिया। इस डिबेट में उन्होंने पैगंबर मुहम्मद की पत्नी आयशा की शादी के समय की उम्र के बारे में कथित टिप्पणी की। इस डिबेट के एक दिन बाद ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर ने अपनी टिप्पणियों की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर साझा की जिसमें नूपुर शर्मा के बयान की आलोचना की गई। इस प्रतिक्रिया के तुरंत बाद ही टाइम्स नाउ ने यूट्यूब चैनल से घटना का वीडियो रिमूव दिया। इसके बाद नूपुर शर्मा ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि ये पूरा बयान उनका नहीं है इसकी क्लिप को संपादित किया गया है। उन्होंने आगे दावा किया कि इस घटना के बाद से ही उन्हें बलात्कार और जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं, जिसके कारण दिल्ली पुलिस को उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी पड़ी। इसके बाद पत्रकारों द्वारा भी कहा गया कि शर्मा ने कई टीवी शो में इसी तरह की धार्मिक टिप्पणियाँ की हैं। [caption id="attachment_750724" align="alignnone" width="700"]nupur-sharma-full-biography nupur sharma[/caption] वीडियो क्लिप वायरल होने के अगले ही दिन नूपुर के खिलाफ मुंबई शहर के नागपुर में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए एफआईआर दर्ज की गई। इतना ही नहीं देश भर के कई स्थानों पर नूपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई जिसमें हैदराबाद में सांसद असदुद्दीन औवेसी की एफआईआर भी शामिल है। 3 जून को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक मुस्लिम संगठन द्वारा बंद का आह्वान किया गया इस दौरान हिंसा भड़क गई और लगभग 40 लोग घायल भी हो गए। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर लगातार आलोचना होती रही सबसे ज्यादा अरब देशों में इसका विरोध किया गया। इसके अलगे दिन "पैगंबर मोहम्मद का अपमान" एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लगातार ट्रेंड हो रहा था, खासकर खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के देशों में इसका विरोध हुआ।

बीजेपी (BJP) ने किया निष्कासित

लगातार हो रही आलोचना और देश-विदेश से आए संदेशों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने नूपुर शर्मा पर बड़ा एक्शन लेते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी पार्टी किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व के अपमान की कड़ी निंदा करती है। पार्टी की कार्रवाई के बाद शर्मा ने बिना शर्त के अपनी टिप्पणियां वापस ले लीं, इसके बाद भी कुछ बीजेपी नेताओं और समर्थकों ने नूपुर शर्मा के समर्थन में रैली की और उन्हें सही ठहराया, लेकिन पार्टी ने अपना निर्णय नहीं बदला। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)