दुर्ग: दुर्ग जिला पुलिस हेलमेट को लेकर सख्ती से पेश आएगी। जिले में बुधवार से दो पहिया वाहनों में हेलमेट अनिवार्य कर दिया गया है। कोई बिना हेलमेट गाड़ी चलाते हुए पाया जाता है तो उसका चालान होना तय है। एसपी डाॅ. अभिषेक पल्लव ने कहा कि दुर्ग जिले में हर दिन लगभग डेढ़ से दो लाख मोटर साइकिल चालक हाईवे या शहर की सड़कों से होकर गुजरते हैं, इनमें से मात्र 10 प्रतिशत लोग ही हेलमेट पहनकर बाइक चला रहे हैं, जिनमें 5 प्रतिशत महिलाएं या वयस्क पुरुष हैं। सबसे अधिक खतरा युवाओं के साथ है। युवा बिना हेलमेट के तेज रफ्तार बाइक लेकर काफी स्पीड में निकलते हैं। इससे वे न सिर्फ अपनी बल्कि दूसरे लोगों की भी जान जोखिम में डालते हैं।
डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि जिले में जितनी भी बाइक चालक की सड़क दुर्घटना में मौतें हुईं, उसमें यही देखने को मिला है कि उन्होंने हेलमेट नहीं लगाया था। इससे उनके सिर में गंभीर चोट आई और उनकी मौत हो गई, यदि वो हेलमेट पहने होते तो उनकी जान बच जाती।
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उन्होंने कहा कि उनकी कार्रवाई बिना हेलमेट बाइक चलाने वालों तक ही सीमित नहीं रहेगी। वो सड़क दुर्घटना में इसकी गंभीरता से जांच करेंगे। अगर सड़क दुर्घटना में किसी बाइक चालक की मौत होती है या वो गंभीर रूप से घायल होता है तो देखा जाएगा कि उसने हेलमेट पहना है या नहीं? उसने हेलमेट नहीं पहना है तो जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस देखेगी कि बाइक चालक स्कूल, कॉलेज या किस संस्थान या घर से निकला है तो उसे नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे पालकों पर भी एक्शन लेंगे जो छोटे बच्चों को वाहन देकर यातायात नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
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