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रक्षा-प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने में मदद करेंगे नए अमेरिकी राजदूत

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वाशिंगटनः भारत में अमेरिका के नए राजदूत एरिक गार्सेटी इसी माह (अप्रैल में) भारत में कामकाज संभाल सकते हैं। इस उम्मीद के बीच अमेरिका ने कहा है कि भारत में नए अमेरिकी राजदूत दोनों देशों के बीच रक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने में मदद करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रेस सचिव केरेन जीन पिएरे ने कहा कि नए राजदूत भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे। साथ ही भारत-अमेरिका के बीच रक्षा, आर्थिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाएंगे।

पिएरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति पहले ही भारत के साथ संबंधों को दुनिया में सबसे ज्यादा अहमियत देने की बात कह चुके हैं। नए राजदूत गार्सेटी इस महत्वाकांक्षी कोशिश का नेतृत्व करेंगे और भारत के साथ क्रिटिकल और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में सहयोग बढ़ाएंगे। साथ ही रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे और लोगों से लोगों के बीच संबंधों और आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करेंगे। उल्लेखनीय है कि लॉस एंजिल्स के पूर्व मेयर एरिक गार्सेटी भारत में अमेरिका के नए राजदूत नियुक्त किये गए हैं।

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बीते 24 मार्च को ही अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने एरिक गार्सेटी को पद और गोपनीयता का शपथ दिलाई थी। गार्सेटी का नामांकन बीते माह ही अमेरिका की संसद ने मंजूर किया था। बीते दो साल से भारत में अमेरिकी राजदूत का पद खाली है। जुलाई 2021 में राष्ट्रपति जो बाइडन ने एरिक गार्सेटी को भारत के राजदूत के रूप में नामांकित किया था लेकिन एरिक गार्सेटी पर लॉस एंजिल्स का मेयर रहते अपने स्टाफ के यौन उत्पीड़न के आरोप लगे थे। जिसके चलते गार्सेटी का नाम अमेरिकी संसद से मंजूर नहीं हो पा रहा था। दो साल के लंबे इंतजार के बाद गार्सेटी के नाम को मंजूरी मिली और अब वह जल्द ही अपना पदभार संभाल लेंगे।

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