हिमाचल के नए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने ली शपथ, उत्तर प्रदेश से रहा है खास रिश्ता

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शिमला: हिमाचल प्रदेश के नए राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार को हिमाचल राजभवन में पद व गोपनीयता की शपथ ली। हिमाचल हाई कोर्ट की मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सबीना ने शपथ दिलाई। शिव प्रताप शुक्ल ने संस्कृत में शपथ ली। वह हिमाचल के 29वें राज्यपाल बने हैं। उनसे पहले राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर यह पद संभाल रहे थे। वह 19 महीनों तक इस पद पर बने रहे। आर्लेकर को अब बिहार का नया राज्यपाल बनाया गया है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और अन्य कैबिनेट मंत्री मौजूद रहे। शिव प्रताप शुक्ल की गिनती भाजपा के कद्दावर नेताओं में होती है। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्हें वित्त राज्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया था।

यूपी के रहने वाले हैं शिवप्रताप शुक्ल –

पहली बार राज्यपाल बने शिव प्रताप शुक्ल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिला के मूल निवासी हैं। इनका जन्म गोरखपुर जनपद के ग्राम रूद्रपुर पोस्ट- खजनी में 1 अप्रैल 1952 को हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ग्राम-रूद्रपुर खजनी में हुई एवं कक्षा 9 से विधि स्नातक की शिक्षा गोरखपुर में हुई। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री के रूप में कार्य प्रारम्भ किया। वह राजनैतिक रूप से 1983 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुये। वर्ष 1989 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में गोरखपुर नगर विधानसभा क्षेत्र से प्रथम बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। इसके उपरान्त, वर्ष 1991 में पुनः निर्वाचित हुये एवं उत्तर प्रदेश की पहली भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सरकार में बेसिक शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा एवं भाषा विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार का कार्यभार संभाला। उन्होंने उद्यान विभाग, खेलकूद, युवा कल्याण एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग का दायित्व का निवर्हन भी किया।

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वर्ष 1993 में पुनः विधानसभा के लिये निर्वाचित हुये। वर्ष 1996 में चौथी बार विधानसभा के लिये निर्वाचित होने के पश्चात् कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्त, राजनाथ सिंह की सरकार में कारागार विधि एवं न्याय एवं ग्राम्य विकास विभाग के कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने दायित्वों का सफलता पूर्वक निवर्हन किया। इसके उपरान्त, 10 जून, 2016 को उत्तर प्रदेश के राज्यसभा के सदस्य के लिये निर्वाचित हुये। 3 सितम्बर, 2017 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में वित्त राज्यमंत्री, भारत सरकार का दायित्व संभाला। 4 जुलाई, 2022 तक राज्यसभा सदस्य के रूप में उन्होंने अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निवर्हन किया।

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