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नेपाली युवतियों के लिए नरक बना चीन, शादी के नाम पर हो रही तस्करी, कराया जा रहा गंदा काम

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Nepali girls , काठमांडू: नेपाली युवतियों और महिलाओं की तस्करी चीन के विभिन्न स्थानों पर की जा रही है। नेपाल में रहने वाले चीनी युवकों द्वारा नेपाली लड़कियों को शादी का झांसा देकर चीन ले जाने और वहां उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कई घटनाएं सामने आई हैं। वहीं चीन ले जाई गई ऐसी कई लड़कियों ने नेपाल लौटने के लिए बीजिंग स्थित नेपाली दूतावास से संपर्क किया है।

चीनी लड़कों से शादी करने वाली लड़कियों की बढ़ी संख्या

नेपाल के आव्रजन विभाग के अनुसार, इस वर्ष अक्टूबर और नवंबर में चीन जाने के लिए तैयार 41 नेपाली लड़कियों (Nepali girls) को तस्करी के संदेह में एयरपोर्ट से वापस लौटा दिया गया। पिछले एक साल के भीतर चीनी नागरिक से शादी कर चीन जाने के लिए एयरपोर्ट पहुंची 184 लड़कियों को वापस लौटा दिया गया।

हाल के वर्षों में चीनी लड़कों से शादी कर चीन जाने की इच्छा रखने वाली नेपाली लड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। आव्रजन विभाग के तत्कालीन महानिदेशक कोष हरि निरौला ने बताया कि उनके कार्यकाल में 250 से अधिक ऐसी नेपाली लड़कियों को चीनी युवकों के चंगुल से छुड़ाया गया है जो उन्हें गलत इरादे से चीन ले जा रहे थे।

शादी के नाम पर लड़कियों से कराया जा रहा गंदा काम

निरौला का कहना है कि ऐसी शादियों को रोकना मुश्किल है, क्योंकि यह व्यक्तिगत पसंद का मामला है और इसे कानूनी तौर पर नहीं रोका जा सकता, क्योंकि लड़की बालिग है और उसका परिवार राजी है। निरौला ने कहा कि लड़कियां बड़े-बड़े सपनों और शादी का लालच देकर वहां जाती हैं, लेकिन कुछ दिनों बाद वे शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का शिकार हो जाती हैं।

इतना ही नहीं, दर्जनों शिकायतें मिल रही हैं कि इनमें से ज्यादातर नेपाली लड़कियों को वेश्यावृत्ति में धकेला जा रहा है। पिछले 15 महीनों में चीनी नागरिकों से शादी करने वाली नेपाली महिलाओं की संख्या 235 है। यह सिर्फ काठमांडू जिला न्यायालय में दर्ज आंकड़ों का मामला है। माना जा सकता है कि यह संख्या और भी ज्यादा है, क्योंकि काठमांडू के अलावा अन्य जिला न्यायालयों में भी शादियां हो सकती हैं।

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पिछले साल नेपाली आव्रजन विभाग ने एक नोटिस जारी कर चीनी नागरिकों से शादी करके चीन जाने वाली लड़कियों के लिए काठमांडू स्थित चीनी दूतावास से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना अनिवार्य कर दिया था। इसके बावजूद लड़कियों से शादी कर उन्हें तस्करी के मकसद से चीन ले जाने का चलन अभी भी जारी है। आव्रजन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, चीनी दूतावास ने अब तक करीब 200 नेपाली लड़कियों (Nepali girls) को चीनी नागरिकों से शादी के लिए एनओसी जारी की है। यह पिछले तीन सालों का आंकड़ा है।

500 से ज्यादा नेपाली लड़कियां चीनी दूतावास से किया संपर्क

हालांकि, नेपाली आव्रजन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन सालों में ही 500 से ज्यादा नेपाली लड़कियां चीनी दूतावास से जारी एनओसी लेकर एयरपोर्ट आ चुकी हैं। यानी इनमें से 300 एनओसी फर्जी हैं। निरौला का कहना है कि नेपाल में एक ऐसा गिरोह है जो कम आय वर्ग की लड़कियों और उनके परिवारों को बेहतर जिंदगी और पैसे का लालच देकर उनकी शादी चीनी युवकों से करवाकर चीन ले जाता है।

इसके लिए पासपोर्ट से लेकर वीजा और चीनी दूतावास से जारी एनओसी तक का इंतजाम यही गिरोह कर रहा है। बीजिंग स्थित नेपाली दूतावास के उप प्रमुख सुरेंद्र यादव ने बताया कि दूतावास को हर रोज ऐसी लड़कियों के पत्र मिलते हैं और दर्जनों लड़कियां खुद दूतावास आती हैं जो कुछ महीने पहले ही शादी करके चीन आई हैं। उन्होंने बताया कि वे सभी अब नेपाल लौटना चाहती हैं। यहां आने पर उनके मोबाइल फोन और पासपोर्ट जब्त कर लिए जाते हैं, इसलिए वे यात्रा दस्तावेज मांगते हैं।

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