मुंबईः नासिक जिले के मालेगांव में गिरना नदी की बाढ़ में फंसे 15 मछुआरों को सोमवार को नौसेना के हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर बचा लिया गया। ये सभी मछुआरे रविवार को मुथा नदी में मछली पकड़ने गए थे, लेकिन गंगापुर बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी में बाढ़ आ गई। मुथा नदी के किनारे बसी रिहायशी सोसायटियों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसके कारण भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर सभी निचले इलाकों को खाली करा लिया है। नासिक जिले में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इसके कारण गंगापुर बांध क्षेत्र में 80 प्रतिशत से अधिक पानी जमा हो गया है।
शेल्टर कैंप में रखे गए सभी मछुआरे
इसलिए गंगापुर बांध का पानी रुक-रुक कर मुथा नदी, गोदावरी नदी में छोड़ा जा रहा है। रविवार को मुथा नदी में मछली पकड़ने गए मछुआरे बाढ़ में फंस गए थे। कल दोपहर से ही इन सभी लोगों को बचाने के लिए धुले से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई थी, लेकिन राहत और बचाव कार्य नहीं हो सका। इसलिए आज सुबह भारतीय नौसेना को मौके पर बुलाया गया। नदी में पानी का बहाव तेज होने के कारण सभी को नाव से बचा पाना संभव नहीं था, इसलिए सभी को हेलीकॉप्टर से एयरलिफ्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। सभी को शेल्टर कैंप में रखा गया है और सभी तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
घर-घर जाकर दी जा रहीं मेडिकल सुविधाएं
मुथा नदी के किनारे रिहायशी सोसायटियों में पानी घुसने के कारण भारतीय सेना ने नागरिक प्रशासन के साथ मिलकर सभी निचले इलाकों को खाली करा लिया है। भारतीय सेना और एनडीआरएफ की बचाव टीमें रबर बोट और क्वाडकॉप्टर का इस्तेमाल कर बाढ़ प्रभावित इलाकों में गश्त कर रही हैं। भारतीय मौसम विभाग, पीएमसी और नागरिक प्रशासन के नियंत्रण कक्ष से स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखी जा रही है।
यह भी पढ़ेंः-कारोबारी से लूट मामले में मुख्य सरगना समेत तीन गिरफ्तार, रुपए बरामद
सांगली जिले की सूर्यवंशी कॉलोनी में भारतीय सेना की टुकड़ी ने राहत अभियान चलाकर निचले इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। ब्रेड पैकेट, सब्जियां, फल और रेडी-टू-ईट फूड समेत जरूरी खाद्य सामग्री मुहैया कराई गई। इसके अलावा घर-घर जाकर मेडिकल चेकअप कर जरूरी दवाएं बांटी गईं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)