पंजाब

CM भगवंत मान बोले, विधानसभा-राज्यसभा और लोकसभा में होगा हमारा हिस्सा

CM Bhagwant Mann
CM Bhagwant Mann
नई दिल्ली: जालंधर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद आम आदमी पार्टी का कहना है कि पंजाब की जनता ने यहां परिवारवाद को हराया है। आम आदमी पार्टी ने सोमवार को नए दृश्यों से अपना खाता खोला है। 2014 में पार्टी की 4 सीटें थीं, लेकिन 2019 में एक सीट रह गई थी। उसी समय जब भगवंत मान पंजाब के सदस्य बने तो एक भी दस मिनट की सीट नहीं बची थी। यानी अब आम आदमी पार्टी की लोकसभा में एक सीट से एंट्री हो रही है। बीजेपी ने यहां चरणजीत सिंह अटवाल के बेटे को टिकट दिया था। वहीं कांग्रेस ने संतोष सिंह चौधरी की पत्नी को टिकट दे दिया था। शनिवार को दिल्ली में मौजूद पंजाब के भगवंत मान ने कहा कि पंजाब विधानसभा में हमारे 92 विधायक और दिल्ली विधानसभा में 63 विधायक हैं। इसके अलावा गुजरात विधानसभा में 5 और गोवा विधानसभा में 2 विधायक हैं। सदन के साथ ही 10 सांसद और आज लोकसभा से एक सांसद हैं। राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद ऐसी कोई संस्था नहीं है, जिसका हमारा हिस्सा न हो। आम आदमी पार्टी के वॉलंटियर घर से निकलकर और अपनी जेब से खर्च करके काम करते हैं, यह उनकी जीत है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने पंजाब को बहुत समय दिया, यह उनकी जीत है। लोकसभा चुनाव के जालंधर सीट पर हुए उपचुनाव का नतीजा शनिवार को आया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी के करीब 14 महीने पहले बनी सरकार के काम पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। सीएम ने कहा कि हम धर्म और जाति की राजनीति नहीं करते हैं। हम चुनाव के दौरान पंजाब में दिए गए 580 मोहल्ला इंश्योरेंस को कवर कर रहे थे। स्कूल ऑफ एमिनेंस, जीरो पावर के बिल, इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर वोट मांग रहे थे। हम व्यापारी, किसान, भिन्नता की बात कर रहे थे। यह अच्छा संकेत है कि लोग सकारात्मक राजनीति को पसंद कर रहे हैं। इसकी शुरुआत दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने से हुई थी। सीएम अरविंद केजरीवाल ने जो काफिला रामलीला मैदान से शुरू किया था, वह आज राष्ट्रीय पार्टी के रूप में बहुत बड़ा बन गया है। यह भी पढ़ें-कर्नाटक चुनावः बीजेपी हार हुई लेकिन वोट प्रतिशत में मामूली सी गिरावट सीएम भगवंत मान ने कहा कि जिन्होंने हमें सम्मान दिया, हम उनके आभारी हैं. जिन्होंने हमें गाली दी और आपत्तिजनक टिप्पणी की, हम चाहते हैं कि उनका जीवन बेहतर हो। उन्हें यह अहसास हो गया होगा कि झूठे आरोपों पर कोई ध्यान नहीं देता। लोग चाहते हैं कि बच्चों को अच्छी शिक्षा और रोजगार मिले। उनके बिजली के बिल फ्री हों और बुजुर्गों को फ्री में अच्छा इलाज मिले। हो सकता है कि आने वाले दिनों में गुमराह लोग अपनी लाइन बदल लें। एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने की राजनीति के बजाय हमें विकास की बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जब पंजाब में 92 सीटें जीतकर मुझे मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी, तब भी मैंने उनसे कहा था कि जीतकर घमंड मत करना। हमारी जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। इसलिए आपको अधिक मेहनत करनी होगी। जालंधर के लोगों ने हम पर इतना भरोसा किया है, इसलिए हमें और जिम्मेदारी से काम करना होगा। हमें जालंधर सहित सभी शहरों को चमका कर पंजाब को देश में नंबर वन बनाना है। जालंधर में जीत के बाद हमारा हौसला काफी बढ़ा है। क्योंकि जब हम प्रचार के लिए जाते थे तो लोगों से कहते थे कि 11 महीने बाद 2024 में दोबारा चुनाव होंगे. इतने दिनों में हम इतना काम कर लेंगे कि हमें हाथ जोड़कर वोट नहीं मांगना पड़ेगा। अगली बार अपने कार्यों के आधार पर वोट प्राप्त करें। अब जालंधर की आवाज पंजाब की आवाज के रूप में लोकसभा में गूंजेगी। भाजपा, अकाली दल, बसपा कांग्रेस सबने मिलकर चुनाव लड़ा। बस उनकी प्रेस कांफ्रेंस अलग थी। इसके बावजूद वे करीब 60 हजार वोटों से जीत गए। जनता ने इन सभी को नकार कर आम आदमी पार्टी के कार्यों पर मुहर लगा दी है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)