मुंबई: राज्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे-उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार के विरुद्ध महाविकास आघाड़ी का मोर्चा 17 दिसंबर को भायखला स्थित जीजामाता उद्यान से आजाद मैदान तक निकाला जाएगा। इसके बाद आजाद मैदान पर शिंदे फडणवीस सरकार के विरुद्ध आम सभा आयोजित की जाएगी। यह जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दी। इस मौके पर राकांपा नेता अजीत पवार, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात, अशोक चव्हाण उपस्थित थे।
महाविकास आघाड़ी के सहयोगी दलों की बैठक सोमवार को मुंबई में आयोजित की गई। इस बैठक में राज्यपाल सहित भाजपा नेताओं की ओर से छत्रपति शिवाजी महाराज सहित महापुरुषों का बार-बार अपमान किए जाने, कर्नाटक के मुख्यमंत्री द्वारा महाराष्ट्र विरोधी व्यक्तव्य दिए जाने, महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों के गांवों को पड़ोसी राज्यों में शामिल करने की साजिश रचने, सत्तापक्ष के नेताओं द्वारा बार-बार महिलाओं को अपमानित करने, महराष्ट्र के उद्योगधंधों का अन्य राज्यों में पलायन, जिससे बेरोजगारी बढऩे आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बताया कि पिछले ढाई साल में महाराष्ट्र में किसी भी महापुरुष का अपमान नहीं किया गया था। लेकिन अब राज्यपाल से लेकर हर भाजपा नेता छत्रपति शिवाजी सहित सभी महापुरुषों का हर दिन अपमान किया जा रहा है। इसी वजह से राज्य सरकार को जगाने के लिए यह मोर्चा आयोजित किया गया है।
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राकांपा नेता अजीत पवार ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार पिछली सरकार के हर निर्णय पर रोक लगा दिया है। इससे सीमावर्ती इलाकों में सरकारी सुविधा मिलनी बंद हो गई है। इसी वजह से सीमावर्ती जिलों से अन्य राज्य में शामिल होने की आवाज उठने लगी है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल सहित सभी भाजपा नेता महापुरुषों का अपमान कर रहे हैं। इसी वजह से आज महाविकास आघाड़ी के तीनों सहयोगी दलों ने इस मोर्चे का निर्णय लिया है। राज्य के अन्य गैर भाजपा दलों के नेताओं के साथ 8 दिसंबर को फिर से बैठक की जाएगी। अजीत पवार ने कहा कि इस दौरान अगर राज्यपाल को हटाया जाता है, तब भी यह मोर्चा निकाला जाएगा।
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