खेतों में खड़ी फसलों के लिए आफत बना नीलगाय का झूंड, किसान परेशान

0
44

रतलामः सर्दी मैं चलती शीतलहर और हरियाली के बीच गुनगुनी धूप में चहल कदमी करती नीलगायों का झुंड आंखों को जितना अच्छा लग रहा है उससे कई गुना ज्यादा किसानों के लिए आफत साबित हो रहा है नीलगायों का झुंड जो खेतों मैं खड़ी फसलों को रौंदकर बर्बाद कर रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश के कई जिलो सिखेडी़,भदवासा, मेवासा, कांडरवासा, बडौदा ,नयापुरा, गुणावद, घटवास, पल्दुना सहित क्षेत्र में गेहूं ,चना,मटर, मेंथी, लहसुन, अफीम ,प्याज की फसलें लहलहा रही है। वही मटर कि फसल पक कर तैयार हो गई। रोज सुबह, दोपहर, शाम, रात्रि में भी 20, 30 नीलगाय खेतों में पहुचंकर फसलों को तबाह कर रही है।

ये भी पढ़ें..IND vs SL: T20: डेब्यू मैच में ही शिवम मावी लगाई विकेटों की झड़ी, भारत ने रोमांचक मुकाबले में श्रीलंका को हराया

लगातार बढ़ती हैं जनसंख्या

गांव सिखेडी़ के किसान लोकेंद्र कुमार पंड्या, दिनेश प्रजापति, प्रहलाद जाट ,धन्नालाल जाट पंच ने बताया की नीलगाय की जनसंख्या में लगातार वृद्धि होती रहती हैं। जानकारों के अनुसार हर छह से आठ माह में इनका प्रजनन होता है। जिसके चलते उनकी आबादी लगातार बढ़ रही है। वही जंगलो में शिकारी जानवर नहीं होने के कारण इनकी आबादी पर अंकुश नहीं है। सडको पर भी इनके झुंड देखे जाते है। जो कई बार बढ़े हादसो के कारण बनते है।

रखवाली के जतन भी काम नहीं आ रहे

नीलगाय से फसलों की रखवाली के लिए किसान तरह तरह के जतन कर रहे है। लेकिन फसल को बचा पाना मुश्किल हो रहा है। वे खेतों में इतनी तेजी से दोडते है व लोट लगाकर फसल ऊजाड़ जाती हैं। कई किसान नीलगायों से फसल को बचाने के लिए आतिशबाजी तो कोई खेत के आसपास तारफेंसींग व काकभगोडा़ के पुतले बनाकर खेतों में लगा रहे है। इसके बाद भी वह अपनी फसल नहीं बचा पा रहे हैं। जिले के सभी गांवों में नीलगायों का आतंक फैला हुआ है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)