क्राइम

नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल

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उत्तर 24 परगना: नाबालिग के अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस की भूमिका फिर सवालों के घेरे में है। करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद देगंगा थाना के आईसी के हस्तक्षेप के बाद पीड़िता के परिवार ने सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज करायी।

सूत्रों के अनुसार नाबालिगा का घर हाबरा में है। गुरुवार शाम वह घर के पास एक दुकान गई थी। आरोप है कि दुकान से घर जाते समय दो बदमाशों ने अचानक नाबालिगा के चेहरे को रुमाल से ढक लिया और उसे बाइक पर ले गए। इसके बाद अपहरणकर्ता देगंगा के एक खेत में ले गए और नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।

सामूहिक दुष्कर्म के बाद दोनों ने नाबालिग पीड़िता को झाड़ी में छोड़ दिया और फरार हो गये। पीड़िता की आवाज सुन स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। स्थानीय लोगों में से एक ने सुनीता को पहचान लिया और उसके परिवार को सूचित किया। सूचना मिलते ही पीड़िता के पिता व परिजन मौके पर पहुंचे। वहां से पीड़िता को रात करीब साढ़े 11 बजे बारासात जिला अस्पताल ले जाया गया। हालांकि पीड़िता इलाज वहां चल रहा है, लेकिन उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उधर, पीड़िता को अस्पताल पहुंचाने के बाद पिता शिकायत दर्ज कराने रात में देगंगा थाने गए। लेकिन, आरोप है कि उन्हें वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों से कोई सहयोग नहीं मिला।

पीड़िता के पिता का आरोप है कि थाने के एसआई ने उन्हें करीब साढ़े पांच घंटे तक वहीं बैठा कर रखा। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि उन्हें एक श्वेत पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया था। आखिरकार जब पीड़िता के पिता ने थाने के आईसी से संपर्क किया तो मजबूर होकर एसआई को शिकायत दर्ज करनी पड़ी। स्वाभाविक रूप से इस पूरी घटना में पुलिस की भूमिका पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। हालांकि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जबकि घटना में आरोपित अभी भी फरार बताए जा रहे हैं।

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